भंडरा में 52 साल पुराना है दुर्गापूजा का इतिहास
लोहरदगा के भंडरा में दुर्गापूजा का इतिहास 52 साल पुराना है।
संवाद सूत्र, भंडरा (लोहरदगा) : प्रखंड में दुर्गापूजा का इतिहास 52 साल पुराना है। प्रखंड मुख्यालय बस्ती में थाना के समीप वर्ष 1967 में तत्कालीन भंडरा के थानेदार डी. लाल ने स्थानीय ग्रामीण जगनिवास शर्मा, स्वर्गीय गौरी नंदन शर्मा, गोवर्धन अधिकारी व बोधन महतो के सहयोग से पूजा की शुरुआत की थी। इसके बाद से लेकर आज तक युवा लगातार पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं। अब प्रखंड में स्थानीय लोगों के सहयोग से दिनों-दिन पूजा पंडाल की भव्यता और दुर्गा पूजा में रौनक बढ़ती ही जा रही है। वर्ष 1967 में दुर्गा पूजा की शुरुआत साधारण सी झोपड़ी नुमा पंडाल का निर्माण कर किया गया था। जो अब भव्य पंडाल और विद्युत सज्जा से सुशोभित होता है। कमेटी का निर्माण कर वर्ष 1983 से रावण दहन का कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था। रावण दहन से पूर्व स्वर्गीय गौरी नंदन शर्मा द्वारा रामलीला कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता था। अब प्रखंड में दुर्गा-पूजा की भव्यता काफी बढ़ गई है। जिसे देखने के लिए प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र के गांव से भी काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचते है। इस वर्ष भंडरा में नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति के अलावे थाना परिसर में भी युवा नव निर्माण समिति का गठन कर भव्य रुप से दुर्गा पूजा करने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत प्रतिमा निर्माण के साथ-साथ पंडाल का निर्माण का कार्य भी चल रहा है।