5 एकड़ रैयती भूमि पर 3.68 लाख की योजना स्वीकृत
पलामू पलामू की धरती वनों की धरती है। यहां वनों की रक्षा व वन्य प्राणी की सुरक्षा बेहतर तरीके से की जाती हे। पलामू की संस्कृति प्रकृति की बेमिसाल दर्शाता हैं। यहां की जमीन नदी नालों से भरी पड़ी है।
संवाद सूत्र, नावाबाजार : पलामू की धरती वनों की धरती है। यहां वनों की रक्षा व वन्य प्राणी की सुरक्षा बेहतर तरीके से की जाती है। पलामू की संस्कृति प्रकृति की बेमिसालता को दर्शाती है। यहां की जमीन नदी नालों से भरी पड़ी है। यहां आम बागवानी व प्रकृति के मौसम के साथ कृषि पद्धति से खेती बारी किसान करने में सक्षम रहता है। उक्त बातें पलामू के उप विकास आयुक्त पलामू बिदु माधव प्रसाद सिंह ने कही।
वे नावाबाजार प्रखंड के सोहदाग पंचायत के राजदिरिया मल्लाह टोली में मनरेगा योजना अंतर्गत बिरसा मुंडा हरित क्रांति योजना के तहत लाभुक जगनारायण चौधरी के खेत में आम बागवानी के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने फीता काटकर व नारियल फोड़कर शिलान्यास किया। कहा कि पेड़ लगाने की प्रथा पुरानी है। यह जीविकोपार्जन भी लोगों का एक साधन है। कोरोना महामारी से बचाव करते हुए मनरेगा कार्य में शारीरिक दूरी, मास्क लगाना, प्रत्येक 2 घंटे के बाद साबुन से हाथ धोने की बात कही। नावाबाजार जिप सदस्य अनुज राम ने कहा कि क्षेत्र में सीमांत एवं लघु किसानों को आवश्यकता अनुसार आम बागवानी वृक्षारोपण करना चाहिए। एक किसान 5 एकड़ भूमि की रैयत नहीं भी हो तो गांव के 5 लाभुक मिलकर एक पेच तैयार कर आम बागवानी करनी चाहिए। प्रमुख रविद्र पासवान ने कहा कि गांव स्तर पर मनरेगा योजना के तहत अधिक से अधिक योजना का चयन कर निबंधित मजदूर व प्रवासी मजदूरों को रोजगार कार्ड सुनिश्चित करारकर 250 दिन रोजगार मुहैया कराया जाए। मौके पर डीडीसी बिदु माधव सिंह ने दर्जनों प्रवासी मजदूरों को रोजगार कार्ड वितरण किया। बागवानी में 5 एकड़ रैयती भूमि 3.68 लाख प्राक्कलित राशि का योजना स्वीकृत है। इमें मनरेगा मजदूरों को 194 रूपए की दर से मजदूरी व्यय किया जाएगा। मौके पर बीडीओ मो जहूर आलम, बीपीओ आनंद कुमार, बीएओ अभिषेक कुमार, जेई ओमप्रकाश चंद्रवंशी, सांसद प्रतिनिधि पंकज तिवारी, मुखिया रक्षया यादव, अजय कुमार उर्फ दीपक गुप्ता, दामोदर चौधरी, प्रमोद यादव, लाभुक जगनारायण चौधरी, क्रांति देवी, बृजेश चौधरी, कमला देवी, अशर्फी चौधरी, विनोद यादव समेत कई लोग उपस्थित थे।