जयवर्धन हत्याकांड में पुलिस ने किया प्रयुक्त पिस्तौल बरामद
संवाद सूत्र बरवाडीह (लातेहार) बरवाडीह में भाजपा नेता व चतरा सांसद प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह क
संवाद सूत्र, बरवाडीह (लातेहार) : बरवाडीह में भाजपा नेता व चतरा सांसद प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह की गोली मारकर हत्या में इस्तेमाल किए गए पिस्तौल को पुलिस ने सोमवार की सुबह बरामद कर लिया। बरवाडीह के एसडीपीओ अमरनाथ ने बताया कि अपराधियों द्वारा फेंकी गई पिस्तौल बाजार क्षेत्र के एक निजी परिसर से बरामद किया गया है। इस परिसर में पहले एक निजी अस्पताल का संचालन होता था। बता दें कि दो अपराधियों ने जयवर्धन सिंह की रविवार की शाम गोली मारकर हत्या कर दी थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि अपराधियों ने भागते समय पिस्तौल फेंक दिया होगा। उन्होंने बताया कि कई बिदुओं पर मामले की जांच चल रही है। हत्याकांड के विरोध में बरवाडीह बंद सोमवार को इस हत्याकांड के विरोध में बरवाडीह बाजार के लोगों ने स्वत: अपनी दुकानें बंद रखीं और पूरे बाजार क्षेत्र में सन्नाटा छाया रहा। सांसद प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह के शवयात्रा और अंतिम संस्कार में सोमवार को हजारों लोग शामिल हुए। इसमे राज्यसभा सांसद समीर उरांव, भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, जिला अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक हरिकृष्ण सिंह के विधायक रामचन्द्र सिंह, मनिका विधायक रामचंद्र सिंह के अलावे सैकड़ो भाजपाई एवं अन्य दल के कार्यकर्ता शामिल हुए थे। भाजपा के झंडे से उनके पार्थिव शरीर ढंका हुआ था। दिवंगत जयवर्धन के पुत्र भार्गव सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। शोक संतप्त परिवार से मिले सांसद बरवाडीह के दिवंगत सांसद प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह के शोक संतप्त परिवार से चतरा सांसद सुनील सिंह मिले। इसके अलावे राज्यसभा सांसद समीर उरांव,प्रदेश भाजपा महामंत्री आदित्य प्रसाद,जिला अध्यक्ष सह पूर्व विधायक हरिकृष्ण सिंह और चतरा के पूर्व विधायक जनार्दन पासवान आदि नेताओं ने भी शोकाकुल परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। उन नेताओं ने जयवर्धन की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया। अंतिम संस्कार में भाजपा के कई राज्य स्तरीय नेता शामिल हुए। इनमें राज्यसभा सांसद समीर उरांव व भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहु, सांसद सुनिल सिंह, अशोक बड़ाइक थे। सरकार की दुर्भावना से मारे जा रहे भाजपा नेता सरकार दुर्भावना से भाजपा कार्यकर्ताओं को टारगेट करवा रही है। हम इसकी घोर निदा करते हैं। नेताओं ने इस हत्याकांड में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जयवर्धन सिंह की निर्मम हत्या की है। पुलिस के मिलीभगत से हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि अगर हत्यरों की अविलंब गिरफ्तारी नहीं हुई तो झारखंड का एक एक कार्यकत्र्ता पूरे प्रदेश में रोड में उतरने का काम करेगा। लाइसेंसी हथियार को थाने से रिली•ा नहीं किये जाने पर उठाया सवाल :
राज्यसभा सांसद व झारखंड प्रदेश महामंत्री समीर उरांव व भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहु ने कहा कि कही न कहीं इस हत्या में थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध है। ऐसा प्रतीत होता है कि इसलिए कि पिछले कई दिनों से जयवर्धन सिंह अपनी सुरक्षा के लिए जो हथियार लिए थे, उनको रिली•ा करने के लिए बार बार बोल रहे थे। उसके बावजूद येन केन प्रकारण कर उन्हे रिलीज नहीं किया गया। उन्होंने दावा किया कि हत्या किसी ने भी की हो, स्थानीय पुलिस ने षड्यंत्रकारी की भूमिका निभाई है। उन्होंने आगे कहां कि जिस समय घटना हुई उस समय भी थाना प्रभारी को तुरंत सूचना दिया गया, परंतु घटना स्थल पर वे आये परंतु नहीं रूके। आम जनता लोगों के रोकने पर भी नहीं रुके। उन्होंने कहा कि अपराधी हत्या करने के बाद पास की ही झाड़ियों में छुपे हुए थे। अगर पुलिस प्रशासन तुरंत चारों तरफ से घेर कर पकड़ता तो अपराधी पकड़ा जा सकता था। कहीं न कहीं हत्या में ये लोग षड्यंत्रकारी की भूमिका निभाया है। हत्या कोई किया हो लेकिन उस हत्या में षड्यंत्रकारी के रूप में थानेदार भी संलिप्त हैं। उन्होंने थाना प्रभारी को निलंबित करते हुए इसकी जांच सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।