महिला थानेदार रूपा तिर्की की आत्महत्या मामले की हो जांच
संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) कांग्रेस और माकपा ने आदिवासी महिला थानेदार रूपा तिर्की के
संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार) : कांग्रेस और माकपा ने आदिवासी महिला थानेदार रूपा तिर्की के आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। कांग्रेस के चंदवा प्रखंड अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान, सेवा दल जिलाध्यक्ष बाबर खान, माकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह और माकपा नेता अयूब खान ने एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा है कि हाल की दो घटनाओं झारखंड की जनता को मर्माहत किया है। साहेबगंज जिला में आदिवासी महिला थानेदार रूपा तिर्की द्वारा की गई आत्महत्या में पीड़ित परिवार द्वारा जिले के दबंग तत्वों को जिम्मेदार ठहरा रही है। एक आदिवासी महिला थानेदार दबंगों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने को मजबूर हो जाए यह राज्य के माथे पर बड़ा कलंक है। इस घटना के लिए जिम्मेवार लोगों की शिनाख्त कर उनपर सख्त कार्रवाई कर जनता को राहत पहुंचाना राज्य सरकार की जिम्मेवारी है।
29 अप्रैल को हजारीबाग जिला के चौपारण थाना के ईमुनिया निवासी छक्कन भुइयां की घटना पर कहा है कि वो अपने गांव से चौपारण जा रहे थे। पुलिस ने मास्क का बहाना बनाकर कर्मा चौक पर बर्बरता से उसकी पिटाई की। इससे उनकी मौत हो गई। छक्कन भुइयां की पत्नी तीन बेटा और एक बेटी कुल चार बच्चों के साथ नि:सहाय हो गई है। बावजूद अबतक न तो दोषी पुलिस पर कार्रवाई हुई और न ही पीड़ित परिवार को मुआवजा व उनके बच्चों के परवरिश की व्यवस्था की गई। दलित परिवार के साथ कोरोना काल में प्रशासन का यह व्यवहार निदनीय है। कांग्रेस और माकपा नेताओं ने इन घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा के साथ थानेदार रूपा तिर्की की आत्महत्या की न्यायिक जांच की मांग के साथ प्रताड़ना के लिए जिम्मेदार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर न्याय दिलाने के साथ छक्कन भुइयां की हत्या के जिम्मेदार पुलिस कर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने के साथ छक्कन भुइयां के आश्रितों को 25 लाख रुपये का मुआवजा, उनकी पत्नी को नौकरी और बच्चों के शिक्षण समेत उनके परवरिश की गारंटी सुनिश्चित करने की मांग की है।