नटखट है रे कृष्ण कन्हैया का करे यशोदा मैय्या..
संवाद सूत्र हेरहंज (लातेहार) बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया का करे यशोदा मैय्या। हा
संवाद सूत्र, हेरहंज (लातेहार) : बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया का करे यशोदा मैय्या। हां बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया..। ऐसे ही भावपूर्ण भजनों से गूंज रहा था हेरहंज प्रखंड। अवसर था श्रीहनुमंत प्राण प्रतिष्ठा व श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के पांचवें दिन शनिवार को पूजन का।पांचवें दिन भगवान गौरी गणेश और श्री लक्ष्मी नारायण की पूजा हुई। इस अवसर पर वास्तु पूजा योगिनी पूजा, क्षेत्रपाल पूजा एवं नवग्रह पूजा भी किया गया। यज्ञाचार्य स्वामी शेषनारायणाचार्य ने बताया कि महायज्ञ में हवन पूजन करने से एक हजार गो दान का फल मिलता है। यज्ञ कार्य में शामिल सभी लोग पुण्य के भागी बनते हैं। यज्ञ मंडप की एक हजार बार परिक्रमा करने से सभी कष्टों का निवारण होता है। एक सौ आठ परिक्रमा से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। महायज्ञ कार्य में शामिल होने वाले लोगों को 33 करोड़ देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों ने एक मंडप की परिक्रमा की और अपने परिवार के लिए सुख-शांति व समृद्धि की कामना की। दोपहर में यज्ञ आयोजन समिति द्वारा आयोजित सामूहिक भंडारा कार्यक्रम में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। धार्मिक कार्यो में हाथ बंटाने से सफल होता है मनुष्य का जीवन : सर्वेश्वरी जी महाराज
कथाकार स्वामी सर्वेश्वरी जी महराज ने भगवान श्री कृष्ण अवतार पर प्रवचन किया। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण का अवतार अधर्मी पापी का नाश करने के लिए हुआ था। बाल रूप में ही श्री कृष्ण ने अनेक राक्षसों का संहार किया है। बाल लीला में श्री कृष्ण ने अपने यशोदा मैया को भी चौंकाने का काम किया। कालिया दह में डुबकी लगाकर कालिया नाग में तांडव किया और गोवर्द्धन पर्वत उठाकर देवराज इन्द्र के घमंड को तोड़ने का काम किया। मौके पर महायज्ञ अध्यक्ष संतोष यादव, रंजीत जायसवाल, रूपेंद्र जायसवाल, मिथिलेश गुप्ता, देवनंदन साहू, विजय शंकर साहू, विनय वर्मा, भारत प्रसाद, यदुनंदन प्रसाद, कुंदन गुप्ता, पीकू गुप्ता शिद्दत से व्यवस्था बनाने में जुटे नजर आए।