राधे देंगी शक्ति मिलेगी कृष्ण की भक्ति, राधे-राधे जपा करो..
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संवाद सूत्र, हेरहंज (लातेहार) : राधे-राधे जपा करो, कृष्ण नाम रस पिया करो राधे देंगी तुमको शक्ति मिलेगी कृष्ण की भक्ति राधे-राधे जपा करो..। ऐसे ही भावपूर्ण भजनों से गूंजायमान हो रहा था हेरहंज प्रखंड। अवसर था श्रीहनुमंत प्राण प्रतिष्ठा व श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के दूसरे दिन यज्ञशाला में पूजन के कार्यक्रम का। सात दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन स्वामी शेषनारायणाचार्य के निर्देशन में बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंडप प्रवेश, पंचांग पूजन, अग्नि प्रवेश सहित अन्य विधियां पूरी की गई। इस दौरान विभिन्न धर्म स्थलों से यहां पधारे साधु संतों व धर्म मर्मज्ञो की मौजूदगी में यज्ञ के यजमानों ने उक्त सारे धार्मिक क्रियाकलापों को विधि पूर्वक पूरा किया। मंडप परिक्रमा व पूजा अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ जुटी।
सभी परेशानियों से मुक्ति के लिए करें ईश्वर की आराधना : स्वामी सर्वेश्वरी
स्वामी सर्वेश्वरी जी महाराज ने कहा कि प्रत्येक प्राणी किसी न किसी तरह से दुखी व परेशान है। कोई स्वास्थ्य से दुखी है, कोई परिवार, कोई धन, तो कोई संतान को लेकर परेशान है। सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए ईश्वर की आराधना ही एकमात्र मार्ग है। इसलिए व्यक्ति को अपने जीवन का कुछ समय हरिभजन में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भागवत कथा वह अमृत है। जिसके पान से भय, भूख, रोग व संताप सब कुछ स्वत: ही नष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को मन, बुद्धि, चित एकाग्र कर अपने आप को ईश्वर के चरणों में समर्पित करते हुए भागवत कथा को ध्यानपूर्वक सुनना चाहिए। श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश हो जाता है। श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से महापापी का भी उद्धार हो गया है। उन्होंने अपने प्रवचन में जल की महता बताते हुए कहा कि जल ही जीवन है। जल से मानव का जन्म होता है। संसार के जितने भी कर्म हैं जल के बिना अधूरा है। जल से शरीर, आत्मा एवं जीवात्मा पवित्र होता है। जल परमपिता परमेश्वर द्वारा प्राणियों को दिया गया अद्भुत वरदान है। समस्त सृष्टि इसी जल से संचालित होता है। इसलिए आज के समय जितना हो सके जलसंरक्षण कीजिए ताकि आने वाली पीढ़ी को जल की समस्या से परेशान न होना पड़े।