संतान की लंबी उम्र के लिए महिलाओं ने रखा व्रत
जागरण टीम लातेहार विक्रम संवत के आश्विन माह में कृष्ण-पक्ष के सातवें से नौवें चंद्र दिवस तक।
जागरण टीम लातेहार : विक्रम संवत के आश्विन माह में कृष्ण-पक्ष के सातवें से नौवें चंद्र दिवस तक तीन-दिवसीय त्योहार जिउतिया के अवसर पर माताओं ने मंदिरों में भगवान जीमूतवाहन की पूजा-अर्चना कर पुत्र की लंबी आयु के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरुवार को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी जिउतिया, गंडा और पूजा की अन्य सामग्री की खरीददारी करती नजर आई। स्वर्णलता देवी, दमयन्ती देवी, शीला देवी, विद्या रानी, नीतू, रेणु, खुशबू, आराधना समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि जिउतिया व्रत की शुरुआत छठ व्रत पूजा की तरह नहाय-खाय से होती है। स्नान और पूजा पाठ के बाद जिउतिया व्रत का संकल्प लिया जाता है। दूसरे दिन निर्जला व्रत रखकर संतान की लंबी उम्र की कामना करने के साथ पूजा की जाती है। शाम को घर की छत पर जीमूतवाहन भगवान की पूजा करने के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया गया। तीसरे दिन पारन किया जाता है। उस दिन पांच, सात अथवा नौ तरह की सब्जी के साथ चना की दाल, अरवा चावल, झिगी, सतपुतिया, कंदा, नोनी साग, मड़ुवा की रोटी और अन्य पकवान पकाए जाते हैं।
जिउतिया को लेकर बजार में रही चहल-पहल : जिउतिया को लेकर बाजार में चहल-पहल दिखी। जिउतिया पर्व के बाद पारन के साथ विभिन्न प्रकार की सब्जी बनाए जाने को लेकर सब्जी के दाम में भी बढ़ोतरी देखी गई। झिगी, सतपुतिया, कंदा, नोनी साग, कोहड़ा, खीरा, कद्दू समेत विभिन्न प्रकार की हरी सब्जी की लोगों ने खरीदारी की। पर्व को लेकर सब्जी के साथ-साथ फल की भी बिक्री में तेजी रही।