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अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट केफैसले का सभी ने किया स्वागत

संवाद सूत्र चंदवा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 9 नवंबर को अयोघ्या मामले में फैसला सुनाए जाने का चंदवा ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 06:36 PM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 06:36 PM (IST)
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट केफैसले का सभी ने किया स्वागत
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट केफैसले का सभी ने किया स्वागत

संवाद सूत्र, चंदवा: सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 9 नवंबर को अयोघ्या मामले में फैसला सुनाए जाने का चंदवा में लोगों ने स्वागत किया है। समाज के सभी वर्ग के लोगों ने इसे सहर्ष स्वीकार किया। कहा कि सुप्रीम कोट का फैसला सर्वमान्य है। लंबे समय से चले आ रहे विवाद का शांतिपूर्ण समाधान ही अपने आप में उपलब्धि है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय एकता की मिसाल दिखी है। फोटो : 15 हाजी फिरोज अहमद

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प्रखंड उपप्रमुख हाजी फिरोज अहमद ने कहा कि सर्वाेच्च न्यायालय का फैसला सर्वमान्य है। दशकों के विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से वर्षों पुराना विवाद का खात्मा हुआ। लोगों ने शांति व सौहार्द बना देश की एकता व अखंडता को कायम रखते हुए विश्व के अन्य देशों के लिए मिसाल कायम की है।

फोटो : 16 असगर खान: राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि सह कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष

असगर खान ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला स्वागत योग्य है। दुनिया में शांति के दूत पैगंबर-ए-मोहम्मद साहब के वो अनुयायी हैं। उन्होंने शांति और आपसी भाईचारे का संदेश दुनिया में दिया है।

फोटो : 17 अयूब खान: माकपा नेता

अयूब खान ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं। फैसला सर्वमान्य है। देश के नागरिक एकता व भाईचारगी बनाए रखें। मुस्लिम संप्रदाय इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद के प्रेम, शांति व भाईचारगी को बनाए रखेंगे। कहा है कि अदालत ने 2.77 एकड़ की विवादित भूमि हिंदू पक्ष को एक न्यास के जरिए मंदिर बनाने के लिए दी है। सुन्नी वक्फ बोर्ड को अलग से 5 एकड़ जमीन मस्जिद बनाने के लिए दिए जाने का निर्देश दिया हैं। इस आदेश के जरिए सर्वोच्च न्यायालय ने उस विवाद का अंत कर दिया। जिसका इस्तेमाल साम्प्रदायिक ताकतें उन्माद फैलाने के लिए करती रही थीं।

फोटो : 18 प्रभाकर मिश्र: युवा समाजसेवी सह व्यवसायी प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला सर्वमान्य है। सभी को फैसले का स्वागत करना चाहिए। सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। इससे भारतीय लोकतंत्र और मजबूत होगा।

फोटो : 19 अजीत कुमार:

अजीत कुमार ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का यह फैसला भारतीय कानून व्यवस्था के लिए ऐतिहासिक दिन बन गया।भारत की धर्मनिरपेक्षता, एकता व भाईचारा को कायम रखना सबों का दायित्व है।

फोटो : 20 जमील खान उर्फ बबलू खान:

फुटपाथ संघ के प्रखंड अध्यक्ष व सुभाष चंद्र बोस सेवा संस्थान सदस्य जमील उर्फ बबलू खान ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान हम सबों का कर्तव्य है। इस फैसले में न किसी की जीत हुई और न किसी की हार। भारत देश ने दुनिया को शांति और प्रेम का संदेश दिया है। लोग प्रेम, सद्भाव और भाईचारा व एकता बनाए रखें।


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