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आग लगी तो परेशानी में फंस सकते हैं लाखों लोग

उत्कर्ष पाण्डेय लातेहार आग पर काबू पाना बेहद महत्वपूर्ण होने के बाद भी अग्निशमन सेवाएं जिल

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 05:12 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 05:12 PM (IST)
आग लगी तो परेशानी में फंस सकते हैं लाखों लोग
आग लगी तो परेशानी में फंस सकते हैं लाखों लोग

उत्कर्ष पाण्डेय, लातेहार : आग पर काबू पाना बेहद महत्वपूर्ण होने के बाद भी अग्निशमन सेवाएं जिले की प्राथमिकता में नहीं है। जिले की अग्निशमन सेवा पुराने वाहनों और उपकरणों के सहारे चल रहा है। बस्तियों के विस्तार और आबादी की तुलना में विभाग के पास न तो पर्याप्त अग्निशमन वाहन हैं और ना ही कर्मचारी। ऐसे में जिले की अग्निशमन सेवा भगवान भरोसे ही है। फायर ब्रिगेड बेड़े में शामिल अधिकतर वाहन वर्षो पुराने हैं। हालांकि विभाग के लोग अग्निशमन सेवा के ठीक होने का दावा करते हैं लेकिन हकीकत इसके उलट है।

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संसाधनों की कमी का रोना रो रहा विभाग

बानपुर स्थित अग्निशमन कार्यालय में संसाधन की घोर कमी है। वाहन की बात छोड़ दें तो कर्मियों के साथ-साथ तेल के पैसे भी समय पर नहीं मिलते हैं। लातेहार जिला के स्थापना काल से ही अग्निशमन विभाग में कर्मचारियों की कमी है। लातेहार में स्वीकृत बल 15 है जिसके अनुपात में 7 ही कार्यरत हैं। वाहन तीन है जिसमें दो बड़ी व एक छोटी है। बड़ी वाहन में पानी रखने की क्षमता 45 सौ और छोटे वाहन की क्षमता 3 सौ लीटर है। पानी की व्यवस्था के लिए कार्यालय परिसर में तीन डीप बोरिग की गई है। विशेष परिस्थिति में पानी टंकी से सभी वाहनों में पानी भरने का कार्य किया जाता है। वाहन के तेल की जानकारी लेने पर पता चला कि पहले कार्यालय संचालक के द्वारा ही अपने पैसे से तेल भरवाया जाता है, बाद में विभाग से पैसे मिलते हैं। वहीं सरकारी और वीआइपी के आने की सूचना पर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के द्वारा तेल भरवाया जाता है। विभाग के लिए जेनरेटर और पंप हाउस के लिए राशि आवंटित की गई थी लेकिन अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। कर्मियों के रहने के लिए आठ वर्ष पूर्व आवास बनाये गए थे जो आज काफी जर्जर हो गए हैं।

मानक के अनुसार नहीं हैं उपकरण

जिले में कहीं आग लग जाए तो फायर ब्रिगेड के कर्मियों को अधूरे तथा निम्न स्तर के उपकरणों की सहायता से आग पर काबू पाना होता है। कर्मियों के पास फायर शूट व आधुनिक नोजल तक नहीं है, जो नोजल हैं, वे वर्षो पुराने हैं। सक्शन होज भी काफी पुराने हैं। मानक स्तर के हेलमेट, गमबूट तथा धुआं से बचाव के उपकरणों की जरूरत है। कार्मिकों के पास वॉकी-टॉकी की कमी है।

कोट ::

अग्निशमन दल को आधुनिक सुविधाओं और उपकरणों से युक्त करने का प्रयास चल रहा है। रिक्त पदों को भरने के लिए प्रशासनिक कार्रवाई शुरू हो चुकी है।

- नवीन कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष नगर पंचायत लातेहार।


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