झारखंड में हाथी का शिकार कर तस्करों ने निकाले दांत
Elephant hunting. झारखंड में हाथी का शिकार कर तस्करों ने दांत निकाल लिए। मामले की पड़ताल जारी है।
जागरण संवाददाता, लातेहार। झारखंड में पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र के छिपादोहर पूर्वी वन क्षेत्र स्थित जावा नदी के पास जंगल में बुधवार को बेतला नेशनल पार्क के एक जंगली हाथी का शव मिला है। हाथी के दोनों दांत गायब हैं। इससे माना जा रहा है कि तस्करों ने दांत के लिए इस हाथी का शिकार किया है।
पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र में वन विभाग की लापरवाही से कई हाथियों की जान जा चुकी है। यह वन विभाग की व्यवस्था और रवैये पर गंभीर सवाल है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हाथी की मौत गोली लगने से हुई है। हालांकि स्पष्ट कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा। फिलहाल, रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार, हाथी का शव चार दिन पूर्व छिपादोहर पूर्वी वन क्षेत्र के जावा नदी के समीप जंगल में देखा गया था। वन विभाग के अधिकारियों को इसकी कोई सूचना नहीं मिली, जबकि वन विभाग के ट्रैकर गार्ड जंगल में अपने निर्धारित एरिया में 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। आहत पशु प्रेमी यह सवाल उठा रहे हैं कि कैसे जहां हाथियों की सुरक्षा होनी चाहिए वहीं वह मार दिए जा रहे हैं, जबकि इनकी सुरक्षा के लिए यहां पूरा तंत्र सक्रिय है जिस पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च होते हैं।
कोट
हाथी की मौत कैसे हुई है यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कहा जा सकता है। शव में इतनी दुर्गंध थी कि शव के पास रहना मुश्किल हो गया था। -विनय कुमार मिश्र, डीएफओ बरवाडीह।
इनसेट
हाथियों ने ली वृद्ध की जान
खूंटी : जंगली हाथियों के झुंड ने खूंटी (झारखंड)के तोरपा में एक वृद्ध ग्रामीण को पटक-पटक कर मार डाला। हत्या के बाद 18 हाथियों का झुंड शव को घेर कर उसे लात मारता रहा। काफी देर बाद झुंड जंगल में चला गया। बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने इस घटना की जानकारी थाना व वन विभाग को दी। शव को देखने के बाद ग्रामीणों ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुचलने के बाद भी हाथी मृतक के शरीर को पांव से मारते रहे। शव एकदम क्षत-विक्षत था जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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