सब्र के साथ सादगी से मनाएं ईद
खुद के साथ दूसरों को सुरक्षित रखने में सहभागिता निभाना ही इंसानियत है।
संवाद सूत्र, चंदवा: खुद के साथ दूसरों को सुरक्षित रखने में सहभागिता निभाना ही इंसानियत है। त्योहार भी त्याग, प्रेम और इंसानियत की सीख देते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण ईद का त्योहार सादगी से मनाएं। इसके कारण हुई मौत पर लोगों को श्रद्धा-सुमन अर्पित करें और त्योहार की महता को कायम रखते हुए इंसानियत की मिसाल कायम करें। उक्त बातें चतरा लोकसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सह सामाजिक कार्यकर्ता सह माकपा नेता अयूब खान ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर कही है। कहा है कि कोरोना संक्रमण और उसके बाद लगाए गए लॉकडाउन के बाद हजारों देशवासियों की हुई मौत से लोग दुखी और मर्माहत हैं। वर्तमान समय में भी बहुत से लोग संक्रमण की चपेट में हैं जो जिदगी और मौत से जूझ रहे हैं। कई परिवार अब भी दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए हैं। भूखे-प्यासे पैदल चल अपने घर पहुंचने और जिदगी बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। क्वारंटाइन में रहकर मजदूर अपने बीवी बच्चों से दूर हैं। लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोग भूखमरी और बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। हर तरफ परेशानी ही परेशानी दिखाई दे रही है। ऐसे में ईद धूमधाम से मनाने की सोचना भी गुनाह होगा। मो खान ने सब्र के साथ सादगी भरे अंदाज में ईद मनाने, गरीबों का ख्याल रखने, अल्लाह की बारगाह में कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए दुआएं करने, भीड़-भाड़ से बचने, शारीरिक दूरी का अनुपालन करने, घर पर रहकर खुद के साथ दूसरों को सुरक्षित रखने की अपील की है।