एनटीपीसी के खिलाफ मुखर हुए ग्रामीण
संवाद सूत्र टंडवा(चतरा) एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ ग्रामीण भू-रैयतों का अनिश्चितकालीन धरना-
संवाद सूत्र, टंडवा(चतरा) : एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ ग्रामीण भू-रैयतों का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रही। विस्थापित विकास संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित धरना-प्रदर्शन में ग्रामीण और मुखर दिख रहे हैं। एनटीपीसी से विस्थापित-राहम, कामता, गाडीलौंग, नईपारम, दुंदुवा एवं टंडवा गांव के ग्रामीण भू-रैयत अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। धरना प्रदर्शन का चार दिन बीत जाने के बावजूद एनटीपीसी प्रबंधन और जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं लिया है। जिसके कारण आंदोलनकारियों में रोष पनप रहा है। धरनास्थल पर प्रतिदिन ग्रामीणों की भीड़ बढ़ रही हैं एवं कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है और बुधवार शाम मशाल जुलूस निकाल प्रबंधन को सोचने पर विवश कर दिया हैं। आंदोलनकारियो ने एक स्वर में कहा कि यह सांकेतिक विरोध प्रदर्शन है। यदि प्रबंधन ने मांगों पर अमल नहीं किया, तो प्लांट का सारा कार्य ठप करा दिया जाएगा। मौके पर मनोज चंद्रा, तिलेश्वर साव, संतोष नायक, अरबिद पांडेय, विकास पांडेय, धनंजय सोनी, महेश प्रसाद, नईमुद्दीन अंसारी, जागेश्वर दास, राधा देवी, संगीता देवी, किरण देवी समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।
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धरना स्थल पर ही मनाया मकर संक्रांति : आंदोलित रैयतों ने धरना स्थल पर ही मकर संक्रांति मनाया। आंदोलनकारियों ने धरनास्थल पर सामुहिक रूप से चूड़ा-तिलकुट ,गुड़ व दही का आनंद लिया तथा कहा कि खरमास समाप्त होते ही आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।अपनी मांग मनाने के लिए प्लांट निर्माण कार्य को भी ठप की जाएगी।
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आयोजित वार्ता विफल : एनटीपीसी प्रबंधन से तीन सूत्री मांग को मनाने को लेकर विस्थापित विकास संघर्ष समिति के बैनर तले की जा रही विस्थापित भू-रैयतों का धरना प्रदर्शन को लेकर आयोजित वार्ता विफल हो गया ।बीते बुधवार शाम को इंस्पेक्टर प्रमोद पांडे व सीओ अनूप कश्यप के पहल पर एनटीपीसी आवासीय परिसर में त्रिपक्षीय वार्ता कराई गई,वार्ता बेनतीजा रहा।आयोजित वार्ता में विस्थापित छह गांव के दो -दो भू-रैयत व एनटीपीसी की ओर से टीके पात्रा,अनंजय सिंह (दिल्ली)अधिकारी शामिल हुए।इस दौरान कुछ मांगो पर एनटीपीसी सहमति जताई लेकिन रोजवार व मुआवजा बढ़ोतरी करने पर साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद रैयत भड़क गए बैठक से छोड़ निकल गए।