हत्या के मामले में तीन को आजीवन कारावास
कोडरमा: हत्या के एक मामले की सुनवाई के बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश 1 रामाशंकर ¨सह की अदालत ने शुक
कोडरमा: हत्या के एक मामले की सुनवाई के बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश 1 रामाशंकर ¨सह की अदालत ने शुक्रवार को कांड के अभियुक्त जयप्रकाश हजारीबाग, शंकर प्रसाद उर्फ ¨पटू, हजारीबाग व डेगलाल, कांटी, कोडरमा निवासी को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में 19 गवाहों का परीक्षण कराया गया। अदालत के समक्ष बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता तारकेश्वर प्रसाद व अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक विनोद प्रसाद ने दलीलें रखी।
अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद गवाहों के बयान व अभिलेख उप पर उपस्थित साक्ष्यों के आधार पर यह फैसला सुनाया। ::::::: क्या है मामला :::::::
कोडरमा: मामला 7 मार्च 2017 का मामला तिलैया डैम ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत हेरलाकुदर कांटी डैम का है। लेकिन पुलिस को 8 मार्च को पता चला की कांटी डैम के निकट हेरला कुदर निकट बराकर नदी के तट पर युवक का शव फेंका हुआ है। सूचना पर पुलिस जब घटनास्थल पहुंची तो काफी प्रयास के बाद भी मृतक का पता नहीं चल सका। पहले पुलिस ने शव को अज्ञात मानते हुए अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करते हुए मृतक के शव को जमीन में दफन कर दिया था। लेकिन सोशल मीडिया पर मृतक का फोटो वायरल होने पर शव फोटो को देखकर मृतक की पत्नी सरिता देवी ने पति की पहचान की। तब पता चला की मृतक मुकेश कुमार दास (35) हजारीबाग निवासी है। मृतक की पहचान हो जाने के बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में मृतक के शव को जमीन से निकालकर परिजनों को सौंप गया। मृतक की पत्नी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि 7 मार्च को उनके पति कुछ पैसा का तगादा करने की बात बता घर से निकले थे। रात तक घर वापस नहीं आने पर उसने थाना में सनहा दर्ज कराया था। मोबाईल ट्रै¨कग के जरिये पकड़ा था अपराधी ::::::::
कोडरमा: मामले के अनुसंधान के दौरान पुलिस ने मोबाईल ट्रै¨कग के जरिये कांड में शामिल एक आरोपी जयप्रकाश हजारीबाग निवासी तक पहुंची। जयप्रकाश ने मुकेश कुमार दास की हत्या करने के बाद उसके मोबाइल से सिम निकालकर फेंक दिया था और उसमें दूसरा अपना सिम लगाकर उपयोग कर रहा था। पुलिस पहले मोबाईल ट्रै¨कग के आधार पर जयप्रकाश तक पहुंची। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर वह टूट गया और कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए दो अन्य की भी संलिप्ता की बात बताई। उसी के बयान पर पुलिस कांड में शामिल उसके बहनोई डेगलाल तक पहुंची। जहां से हत्या में प्रयुक्त चाकू को पुलिस ने बरामद किया। डेगलाल से पूछताछ के बाद पुलिस शंकर प्रसाद उर्फ ¨पटू तक पहुंची। पुलिस के पूछताछ के दौरान तीनों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली थी।