Lockdown Update: लॉकडाउन में कोडरमा में महिला हिंसा के मामलों में आई कमी
Lockdown Update. महिला थाना में आ रहे मामलों की काउंसलिंग के लिए तिथि लॉकडाउन के बाद की मिल रही है। एक माह में घरेलू विवाद के मामले को लेकर 5 से 7 आवेदन आये हैं।
कोडरमा, जासं। कोरोना वायरस संक्रमण से उपजे संकट के बाद देश भर में लागू हुए लॉकडाउन के दौरान ज़िले में घरेलू हिंसा व दांपत्य विवाद के मामलों में काफी कमी आई है। यह लॉकडाउन का सकारात्मक पहलू है। कोडरमा महिला थाना में प्रति माह 20-25 आवेदन घरेलू हिंसा के आते थे, जिसमें 1-2 ही मामले में कार्रवाई की जाती थी। शेष सारे मामले महिला थाना प्रभारी व अन्य पुलिस पदाधिकारी, स्थानीय मुखिया, गांव के बुद्धिजीवियों की मदद से काउंसलिंग कर सुलझा दिया जाता था।
महिला थाना प्रभारी उत्तम कुमार वैद्य ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान महिला हिंसा में कमी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक माह में घरेलू विवाद के मामले को लेकर 5 से 7 आवेदन आए हैं। इस दौरान एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया है। वहीं कुछ मामलों की काउंसलिंग का डेट भी लॉकडाउन समाप्त होने, यानी 4 मई के बाद का रखा गया है। महिला थाना प्रभारी ने कहा कि ज़्यादातर झगड़े ईगो के होते हैं और कुछ बहकावे में आकर।
एक दूसरे पर शक कर पहले घर में लड़ते हैं, फिर मामूली बात को भी थाने तक ले आते हैं। इन दिनों काउंसलिंग तो नहीं हो रही है, पर महिला थाना के पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा आवेदन पर नोटिस निर्गत ज़रूर हो रहा है। कुछ मामले फोन कर समझा बुझा कर, डांट फटकार कर समझाया जा रहा है। इसके अलावा लॉकडाउन के बाद मामले को निपटाने की बात कही जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि फिलहाल घर पर रहें, शांत रहें और मिल जुल कर रहें।