सड़क दुर्घटना में दो बच्चे की मौत, माता-पिता घायल
चंदवारा थाना क्षेत्र के उरवां मोड़ के समीप एनएच 31 के चौड़ी
संवाद सूत्र, चंदवारा, कोडरमा: चंदवारा थाना क्षेत्र के उरवां मोड़ के समीप एनएच 31 के चौड़ीकरण के कार्य में जुटी सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही ने दो मासूमों की जिदगी लील ली। यहां एक सड़क हादसे में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। ज्ञज्ञत हो कि ग्राम तिलरा, थाना मयूरहंड, जिला चतरा निवासी उमेश पासवान अपनी पत्नी चंपा देवी व अपने बच्चे उमंग कुमार (7 वर्ष) व उज्जवल कुमार (5 वर्ष) को बाइक से लेकर अपने ससुराल तिलैया बस्ती, झुमरीतिलैया जा रहे थे। इसी दौरान रोड निर्माणाधीन सड़क के बाएं लेन में सुबह से ही एक ट्रक फंसा होने के कारण अवरुद्ध था। लेकिन यहां कोई डायवर्सन बोर्ड नहीं लगाया गया था और ना ही रोड को अवरुद्ध किया गया था। जिस कारण ट्रेलर बंद रोड में चला गया,चालक को जब इसका अंदाजा हुआ तो वह वाहन को वापस मोड़ कर निकलने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच गाड़ी वापस मोड़ने के क्रम में ट्रेलर चालक पीछे बाइक सवार को नही देख सका,जिससे हादसा हुआ।
हादसे में बाइक सवार चारों लोग जमीन पर गिर गए। इसमें दो बच्चों की मौत ट्रेलर की चपेट में आने से हो गई। पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने लगभग 5 घंटे सड़क को जाम कर दिया। घटना की सूचना चंदवारा थाना को दी गई। मौके अंचलाधिकारी रामरतन वर्णवाल,माइका अंचल इंस्पेक्टर अवधेश सिंह,थाना प्रभारी दुष्यंत सिंह,एस आई विनय कुमार दल बल के साथ पहुंचे व स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को इलाज के अस्पताल भिजवाया। लगभग 5 घण्टे के बाद प्रशासन के द्वारा लोगो को समझा कर जाम को हटवाया गया। मौके पर मौजूद ग्रमीाण कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ जमकर आक्रोश जता रहे थे। पीड़ित परिवार मुआवजा को लेकर बच्चे के शव के साथ थाना पहुंचे। बरही विधायक उमाशंकर यादव अकेला,प्रशासन व स्थानीय लोगो के पहल पर कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को इलाज हेतु 3 लाख रुपये की राशि व एक व्यक्ति को काम देने की बात पर सहमति बनी। बाद में बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। मौके पर अंचल अधिकारी रामरतन वर्णवाल,माइका अंचल निरीक्षक अवधेश सिंह, थाना प्रभारी दुष्यन्त सिंह,कंट्रक्शन कम्पनी से अजय राय,एस आई रंजीत कुमार,बिनय कुमार,प्रमोद वर्णवाल, अशोक सिंह,लक्ष्मण यादव,कृष्णा यादव,मनोज पासवान दर्जनों महिला पुरुष ग्रामीण मौजूद थे।