अब ट्रेन में रात को शोर मचाने पर होगी कार्रवाई
अब यात्रियों की नींद में नहीं पड़ेगी खलल संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया चलती ट्रेन में रात को तेज आवाज में बातें करना शोर मचाना और
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया: चलती ट्रेन में रात को तेज आवाज में बातें करना, शोर मचाना और गाना सुनना अब यात्रियों को महंगा पड़ेगा। ट्रेनों में रात 10 बजे के बाद तेज आवाज होने पर टीटीई व टिकट चेकिग स्टाफ के साथ आरपीएफ के जवान कार्रवाई करेंगे। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक नीरज शर्मा ने आरपीएफ अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी जोनल रेलवे प्रबंधकों को पत्र जारी किया है। इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के सीपीआरओ राजेश कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे यात्री सुविधा के लिए कृतसंकल्पित है। इसके लिए पूर्व मध्य रेलवे धनबाद सहित पंडित दीनदयाल जक्शन, समस्तीपुर , हाजीपुर, दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक और आरपीएफ कमांडेट को इसे लागू करने के लिए पत्र लिखा गया है।
पत्र में कहा गया है कि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर अभियान चला जाए। जिससे ट्रेनों में तेज आवाज में म्यूजिक सुनना, तेज आवाज में देर रात बात करना, लाइट जलाने पर रोक लगाई जा सके। दरअसल ट्रेनों में रात 10 बजे के बाद मोबाइल फोन पर तेज बातें करने और म्यूजिक सुनने के कारण कई यात्रियों को नींद में बाधा पहुंच रही है। यात्रियों ने रेल मंत्रालय को इसकी शिकायतें भी भेजी हैं। विशेषकर एसी क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को बोगी में तेज आवाज बात करने वाले यात्रियों से परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए रेलवे बोर्ड ने आरपीएफ के अधिकारियों के साथ बैठक पिछले सप्ताह की। बैठक में ही सभी जोनल और मंडल स्तर के अधिकारियों को ट्रेनों में सघन जांच कराने के आदेश दिए गए। ट्रेन में टिकट चेकिग करने वाले टीटीई को रात में यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई यात्री तेज बातें तो नहीं कर रहा है। यदि यात्री तेज आवाज करते हुए पाया गया तो ट्रेन में मौजूद आरपीएफ एस्कार्ट के साथ मिलकर उस यात्री के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं यदि ट्रेन में एस्कार्ट न हुआ तो अगले ठहराव वाले स्टेशन पर स्थित आरपीएफ पोस्ट की मदद ली जाएगी। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार न बताया कि इस व्यवस्था को अभियान के रूप में इसी सप्ताह शुरू किया जाएगा। इसकी निगरानी रेल मंत्रालय करेगा। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन और अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों के लिए रेल कर्मचारियों के द्वारा जरूरत पड़ने पर तत्काल मदद पहुंचायी जाएगी।