सर्दी ढा रही सितम, घर में चैन न बाहर आराम
पिछले एक सप्ताह से सर्दी सितम ढा रही है। लोगों को न घर में
जागरण संवाददाता, कोडरमा : पिछले एक सप्ताह से सर्दी सितम ढा रही है। लोगों को न घर में राहत महसूस हो रही है और न ही बाहर। मंगलवार की सुबह नौ बजे तक कोहरा छाया रहा। सुबह मार्निंग वाक पर जाने वाले लोग घर से नहीं निकले। करीब साढ़े नौ बजे सूर्य के दर्शन हुए, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिली।
अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान में क्रमश: दो व एक डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने और उत्तर-पश्चिमी दिशा से सर्द हवा आने के कारण से शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। आसमान में वाष्प की अधिकता के कारण सुबह में कोहरा छाया रहता है। साथ ही अधिकतम व न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है।
वाहन चालकों को भी परेशानी हो रही थी। सुबह पांच बजे से कोहरा छाने लगा था, सुबह आठ बजे भी वाहनों की हेडलाइट व फागलाइट जलाकर चालक चल रहे थे। ठंड अधिक होने से रात व सुबह में बाहर तो दूर घर में बैठने पर भी गलन महसूस हो रही थी। सबसे ज्यादा परेशानी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग रिक्शा चालक, मजदूर, सड़क पर रहने वाले लोगों को हुई। हालांकि, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में उनके लिए कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई थी। कामकाजी लोगों को भी इस ठंड के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। सुबह में पक्षी भी घोसले में दुबके रहे, उनकी चहचहाहट सुनाई नहीं दी। साढ़े नौ बजे धूप निकली तो उसमें तपिश नहीं थी। करीब एक घंटे तक सूर्य व बादलों के बीच आंखमिचौली चलती रही। इसके बाद धूप तेज आई तो थोड़ी गर्माहट आई। सभी लोग धूप सेंकने के लिए छत, बालकनी और घरों से बाहर निकल आए। दोपहर में धूप निकलने पर बच्चे भी बाहर खेलने निकले। शाम होने के साथ ही ठंड ने फिर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया।
लोगों के लिए अलाव बना सहारा
मरकच्चो : पछुआ हवा चलने के कारण सिहरन काफी बढ़ गई है । फिलहाल शीतलहर से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है। ठंड के कारण बच्चे व बुजुर्गों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठंड में बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। बच्चों में निमोनिया, इंफ्लुएंजा और डायरिया फैलने की आशंका बढ़ने लगी है। चिकित्सकों के अनुसार, ठंड के दौरान सतर्कता काफी आवश्यक है। खासकर ठंड से बच्चों का बचाव जरूरी है। बाहर से घर में आने के बाद तुरंत गर्म कपड़ा नहीं उतारना चाहिए।