कार्तिक पूर्णिमा पर दोमुहानी धाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
जिले के चंदवारा प्रखंड के पूतो गांव में अवस्थित दोमुहानी धाम श्रद्धा और
संवाद सहयोगी, कोडरमा: जिले के चंदवारा प्रखंड के पूतो गांव में अवस्थित दोमुहानी धाम श्रद्धा और भक्ति का नया केंद्र बनकर उभरा है। वहीं हाल ही में झारखंड सरकार ने भी दोमुहानी धाम को पर्यटक स्थल के रूप में घोषित कर इसकी पहचान झारखंड के पर्यटन मानचित्र पर अंकित कर दिया है। दोमुहानी धाम में उज्जैन के महाकाल मंदिर के स्वरूप शिवलिग स्थापित है। उत्तर और दक्षिण की ओर से आने वाली दो नदियों के मुहाने पर अवस्थित इस शिव मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है। सदियों पहले यहां झोपड़ीनुमा मंदिर में भगवान का शिवलिग स्थापित था। हालांकि आज स्थानीय प्रयास से मंदिर को बड़ा स्वरूप दे दिया गया है। यहां भगवान शिव के अलावे विभिन्न देवी देवताओं की मंदिर हैं और देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित है। ऐसी मान्यता है कि दोमुहानी नदी में स्नान के बाद वहां के पवित्र जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और लोगों की मन्नतें पूरी होती है। सावन के पवित्र महीने के अलावे कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दोमुहानी धाम में स्नान और भगवान शिव का जलाभिषेक करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा सालों भर यहां भक्तों का आना जाना लगा रहता है।
गुरु पूर्णिमा पर लगाई दोमुहानी में आस्था की डुबकी
दोमुहानी धाम के मुख्य पुजारी सुगेश्वर पंडित ने बताया कि आज गुरु पूर्णिमा के मौके पर सुबह 4 बजे से ही मंदिर में भक्तों का प्रवेश शुरू हो गया था और सूर्य उदय से पहले हजारों भक्तों ने दोमुहानी नदी में स्नान कर भगवान शिव का जलाभिषेक किया और मन्नतें मांगी। उन्होंने बताया कि दोमुहानी नदी के पवित्र जल में स्नान करने से न सिर्फ धन-धान्य की प्राप्ति होती है, बल्कि लोगों के रोग और कष्ट भी दूर होते हैं। गुरु पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार को कोडरमा के अलग-अलग इलाकों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इसके अलावा हजारीबाग, बरही, चौपारण, चतरा और रजौली, नवादा समेत अन्य इलाकों से भी भक्त यहां पहुंचे और पूजा-अर्चना की। मंदिरों में लगी रही भीड़
संवाद सूत्र, मरकच्चो (कोडरमा): कार्तिक पूर्णिमा को लेकर प्रखंड मुख्यालय व ग्रामीण इलाकों के मंदिरों में अहले सुबह से ही घंटियां बजनी शुरू हो गई। देर शाम तक प्रखंड के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सबसे अधिक भीड़ कर्मा धाम व मां चंचालिनी धाम में देखी गई। दोनों धार्मिक स्थलों पर मेले जैसा माहौल था। पूजा-पाठ की सामग्री से लेकर नाश्ते पानी की कई अस्थायी दुकानें खुली हुई थीं। बाल संकीर्तन मंडली द्वारा कर्मा धाम में भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। इसमें कई गांव के मंडलियों ने भाग लिया। इस अवसर पर व्यास बबुनी सिंह, उपेंद्र सिंह, सकलदेव सिंह, नकुल पासवान, नकुल गोस्वामी, राधेश्याम, उदय नाथ गोस्वामी, कारू नाथ गोस्वामी आदि उपस्थित थे।