Move to Jagran APP

कृषि कानूनों का निरस्त करने का ऐलान जनता की जीत: रामधन

संवाद सहयोगी कोडरमा केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों को निरस्

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 07:16 PM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 07:16 PM (IST)
कृषि कानूनों का निरस्त करने का ऐलान जनता की जीत: रामधन
कृषि कानूनों का निरस्त करने का ऐलान जनता की जीत: रामधन

लीड इनसेट--

loksabha election banner

संवाद सहयोगी, कोडरमा: केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की प्रधानमंत्री की घोषणा पर राजद ने हर्ष व्यक्त किया है। राजद जिलाध्यक्ष रामधन यादव ने कहा है कि तीनों कृषि कानून वापस लेना भाजपा सरकार की हार है। किसानों और जनता की एकजुटता वाली आंदोलन के सामने सरकार को झुकना ही पड़ा। उन्होंने कहा कि देश के सामने भाजपा सरकार ने किसानों के आंदोलन को झूठा और किसानों के हितकारी बताया था। साथ ही भाजपा की आईटी सेल ने किसान आंदोलन की खूब दुष्प्रचार किया था।

किसानों ने त्याग व बलिदान से लिखा अध्याय : नसीम

कांग्रेस नेता सईद नसीम ने प्रधानमंत्री द्वारा तीनों कृषि क़ानूनों को रद करने का ऐलान किसानों की बड़ी जीत बताया। उन्होंने कहा कि किसानों का संघर्ष उनका बलिदान किसान शक्ति द्वारा उठाई गई सत्य और न्याय की आवाज के फलस्वरूप केंद्र की सरकार काले कानूनों को वापस लेने पर मजबूर हुई। किसानों का संघर्ष रंग लाया, ये जीत एकजुट किसानों के संघर्ष की है। अन्नदाताओं के लंबे संघर्ष की आज जीत हुई है। अन्नदाताओं के सत्याग्रह ने सत्ता को लोकतंत्र की शक्ति के आगे झुकने को मजबूर कर दिया। यह जीत किसान व मजदूर भाइयों की ही नहीं बल्कि भारतीय लोकतंत्र हमारे संविधान और सत्य की जीत है। चुनाव को देखते हुए सरकार ने लिया फैसला: महादेव

भाकपा राज्य कार्यकारिणी सदस्य सह जिप सदस्य महादेव राम एवं सीपीआइ जिला मंत्री प्रकाश रजक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के गिरते जनाधार को देखते हुए पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानून को वापस लेने का फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को देखते हुए मोदी को किसानों के बीच झुकना पड़ा। यह जीत पूरे देश के किसानों की जीत है। पीएम मोदी को किसान आंदोलन में शहीद किसानों को शहीद का दर्जा देने की आवश्यकता है। फैसला लोकतंत्र की जीत: जेएमएम

इधर, जेएमएम ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मोदी सरकार ने भारी जनाक्रोश को देखते हुए यह निर्णय लिया है। जिसने साबित किया है कि तीनों काले कानून सिर्फ प्रधानमंत्री के उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए लाए गए थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तीनों काले कृषि कानून के विरुद्ध आवाज बुलंद किया था। जिलाध्यक्ष श्याम किशोर सिंह, जिला सचिव कामेश्वर महतो बुद्धिजीवी मोर्चा केंद्रीय उपाध्यक्ष गोपाल यादव केंद्रीय समिति सदस्य गंगा प्रसाद यादव, बैजनाथ मेहता, संजय पांडे सत्यदेव राय रविद्र शांडिल्य, संदीप पांडे, निर्मला तिवारी, घनश्याम सिंह, रामचंद्र सिंह, नगर अध्यक्ष दीपक विश्वकर्मा समेत अन्य जेएमएम नेताओं ने किसानों की जीत पर हर्ष व्यक्त किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.