नए सफर पर नई इबारत लिखने को तैयार हैं बेटियां
धनबाद रेल मंडल कोडरमा स्टेशन पर गुरुवार को जब आ
अरविद चौधरी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): धनबाद रेल मंडल कोडरमा स्टेशन पर गुरुवार को जब आरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर योगदान देने के बाद बिहार की पांच बेटियां ड्यूटी संभालीं तो इनका उत्साह सातवें आसमां पर था। खाकी वर्दी में कर्तव्यनिष्ठा को ले आत्मविश्वास से लबरेज ये बेटियां अब रेलवे की सुरक्षा के क्षेत्र में नई इबारत लिखने को तैयार हैं।
धनबाद रेल मंडल में 11 आरपीएफ महिला कांस्टेबल की नई पोस्टिग की गई है। पहले दिन अपनी सेवा क्षेत्र में प्लेटफार्म पर ड्यूटी में सक्रिय भूमिका निभाती दिखीं। हजारीबाग की यात्री साजदा जो पूर्वा एक्सप्रेस में अकेले सफर कर रही थी, उसे आरपीएफ की मेरी सहेली अभियान के तहत अकेली युवती और महिलाओं के लिए मदद के बारे में जानकारी दी और कहा कि किसी तरह की दिक्कत आने पर वो टोल फ्री नंबर 182 की जानकारी दें। पटना की प्रीति कुमारी, शिल्पी कुमारी, मुजफ्फरपुर की साधना कुमारी, कैमूर भभुआ की किरण कुमारी तथा मोकामा की नीलम कुमारी ने बताया कि 19 नवंबर से मोकामा में ट्रेनिग की थी। इसमें 248 नवनियुक्त कांस्टेबल ने ट्रेनिग ली। पूर्व मध्य रेलवे में 36 बेटियों को वर्दी उपलब्ध कराई गई है। धनबाद रेल मंडल में 11 बेटियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसमें कोडरमा के अलावा चोपन, बरकाकाना, हजारीबाग रोड स्टेशन के लिए प्रतिनियुक्ति की गई है। आरपीएफ की नवनियुक्त महिला कांस्टेबलों ने कहा कि जीवन की हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। जीवन में कभी हार नहीं मानना चाहिए, हारते वही हैं जो डरते हैं। नवनियुक्त कांस्टेबलों ने यह बताया कि लांग जंप, हाई जंप, गोला फेंक सहित कई प्रशिक्षण प्राप्त की हैं। शारीरिक परीक्षा की सफलता के बाद इनकी भर्ती हुई है। पहली पोस्टिग के बाद उत्साह से लबरेज हैं। लोगों ने बताया कि ट्रेन में सफर करने वाले खासकर बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग रहेंगी। बुजुर्गाें व निश्क्तजनों को विशेष रूप से आवागमन में सहयोग करेंगी। रेलवे व रेल यात्रियों की सेवा व सुरक्षा ही लक्ष्य होगा। महिला यात्रियों की सुरक्षा महिला बल के जिम्मे: हेमंत
धनबाद रेल मंडल के आरपीएफ कमाडेंट हेमंत कुमार ने बताया कि महिला सशक्तीकरण के तहत आरपीएफ महिला पुलिस बल की तैनाती कर रहा है। मेरी सहेली के तहत अकेली सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा का दायित्व भी ये संभाल रही है। उन्होंने बताया कि धनबाद रेल मंडल में 940 पुलिस बलों में 45 महिलाकर्मी हैं। ट्रेनों में बड़ी संख्या में महिलाएं अकेली सफर करती है। ऐसे में उनकी सुरक्षा में महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। आरपीएफ में महिला पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जा रही है। बेटियां सभी क्षेत्रों में सफलता की नई कहानी लिख रही है। सुरक्षा के क्षेत्र में भी ये पुरुषों से किसी मामले में कम नहीं होंगी।