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एक ही दिन हुआ बंग साहित्य सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व महासचिव का निधन

कविगुरु रविद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व से सबसे बड़े साहित्य

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 08:23 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 06:20 AM (IST)
एक ही दिन हुआ बंग साहित्य सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व महासचिव का निधन
एक ही दिन हुआ बंग साहित्य सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व महासचिव का निधन

जागरण संवाददाता, कोडरमा: कविगुरु रविद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व से सबसे बड़े साहित्य संगठनों में एक निखिल बंग साहित्य सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व सम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव लंबे समय तक कोडरमा में रहे जयंत घोष का निधन एक ही दिन सोमवार को हो गया। सम्मेलन के दोनों महान विभूतियों के निधन की खबर से अभ्रकांचल का बंग समाज व बंग साहित्य सम्मेलन मर्माहत है। दिसंबर 2008 में निखिल बंग साहित्य सम्मेलन के 81 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन झुमरीतिलैया के सीएच स्कूल के मैदान में हुआ था। तब प्रणब दा भारत सरकार में विदेशमंत्री के साथ-साथ निखिल बंग साहित्य सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हुआ करते थे। राष्ट्रपति बनने के बाद प्रणब मुखर्जी अध्यक्ष पद छोड़ दिए थे। वहीं जयंत घोष अपने मृत्युपर्यंत सम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव बने रहे। सोमवार की सुबह जयंत घोष का टाटानगर में हृदयाघात से निधन हो गया। वे झुमरीतिलैया भारतीय स्टेट बैंक में 1982 से 2009 तक पदस्थापित रहे थे। वर्ष 2009 में सेवानिवृत्ति के बाद में टाटानगर में रहने लगे थे। वे मूलरूप से झारखंड के बहरोगोरा के रहनेवाले थे। दोनों विभूतियों के निधन पर बंग साहित्य सम्मेलन के कोडरमा जिला अध्यक्ष रविद्रनाथ दास, सचिव संदीप मुखर्जी, आंचलिक समिति के सचिव विपुल गुप्ता, कल्याण मजूमदार, तापती चक्रवर्ती, मौसमी मल्लिक, डॉ. अधीर विश्वास, दासरथी बनर्जी आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

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