सुस्त बैंकिंग योजनाओं को पटरी पर लाने का निर्देश
सुस्त बैंकिंग योजनाओं को पटरी पर लाने का निर्देश
सुस्त बैंकिंग योजनाओं को पटरी पर लाने का निर्देश
पिछले वर्ष वार्षिक ऋण की उपलब्धी रही 71 फीसदी
संवाद सहयोगी कोडरमा: बैंकिंग योजनाओं के सुस्त गति को इस वित्तीय वर्ष पटरी पर लाने की तैयारी चल रही है। केसीसी सहित अन्य योजनाओं में बैंकों की उपलब्धी पिछले वर्ष निराशाजनक रही।
इस वर्ष स्थिति बेहतर करने के लिए उप विकास आयुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति मार्च 2022 तिमाही की गहन बैठक हुई। समीक्षा के दौरान पूर्व में लिये गये निर्णयों पर कार्रवाई की जानकारी ली गयी। एलडीएम द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में वार्षिक ऋण योजना में मार्च 2022 तक उपलब्धि 71.55 प्रतिशत तथा ऋण जमा अनुपात 34.85 प्रतिशत रहा। पिछले समीक्षा बैठक में लिए गये निर्णय के अनुसार बैंकों द्वारा चालू तिमाही में ऋण वृद्धि की गयी है तथा प्राथमिक क्षेत्र जैसे गृह ऋण, एसएसई ऋण एवं स्वयं सहायता समूहों के अंतर्गत ऋण में वृद्धि दर्ज की गयी है। उप विकास आयुक्त ने सभी बैंकर्स को वार्षिक ऋण योजना में वृद्धि लाने का निर्देश दिया। सभी बैंकों की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सीडी रेशियो में तेजी लायें। साथ ही केसीसी से लंबित आवेदनों के यथाशीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रबंधक आरबीआई, जिला अग्रणी प्रबंधक महेश प्रसाद, जिला उद्योग विस्तार पदाधिकारी सत्यनारायण प्रसाद, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी व विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक मौजूद रहे।