बेमौसम बारिश से फसलों को भारी नुकसान
कोडरमा जिले के अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार और शनिवार को ही हुई बेमौसम बारिश से खलिहान में रखे गए धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार को जहां सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए थे वही शाम में डेढ़ से दो घंटे तक जिले के अलग-अलग हिस्सों में कहीं कम तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई।
संवाद सहयोगी, कोडरमा: कोडरमा जिले के अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार और शनिवार को हुई बेमौसम बारिश से खलिहान में रखे गए धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार को जहां सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए थे वही शाम में डेढ़ से दो घंटे तक जिले के अलग-अलग हिस्सों में कहीं कम तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं शनिवार सुबह भी रुक- रुक कर बारिश के कारण खलिहान में रखे गए फसल को नुकसान पहुंचा है। इस बारिश के कारण खलियान में रखे गए ऊपर के धान के फसल में अंकुरण की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस बारिश से ठंड का असर भी लगातार बढ़ रहा है और तेज हवाओं के कारण शीतलहरी का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा इस बारिश के कारण मौसमी सब्जियों की खेती पर भी आंशिक रूप से असर पड़ा है। चंदवारा प्रखंड के सरदारोडीह के किसान अजय साव ने बताया कि फिलहाल मटर आलू और टमाटर की फसल लगी हुई है जो इस बेमौसम बारिश में आंशिक रूप से प्रभावित हुई है। अजय साव ने बताया कि अगर आगे भी इस तरह की बेमौसम बरसात होगी तो सब्जियों की फसल को बड़ा नुकसान हो सकता है। वहीं कोडरमा प्रखंड के किसान बुधन यादव ने बताया कि उन्होंने तकरीबन 6 एकड़ में धान की फसल लगाई थी। कुछ फसल काटकर खलियान में रखा गया है तो कुछ फसल काटकर धान के खेतों में ही सूखने के लिए पड़े हुए थे, ऐसे में इस बारिश के कारण धान की जो फसल काट कर खेतों में रखे गए थे वे पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। वहीं जो फसल काटकर खलिहान में रखे गए थे उन्हें बारिश की संभावना को देखते हुए प्लास्टिक से ढककर बचाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार बारिश के कारण धान का अच्छा उत्पादन हुआ है लेकिन इस बेमौसम बरसात ने अंतिम समय में उनकी मुसीबत बढ़ा दी है और फसलों के उत्पादन को प्रभावित किया है।