नियुक्ति जांच फंसे हैं शिक्षक, स्कूलों में शिक्षा प्रभावित
पिछले एक माह से अधिक समय से जिले के उच्च विद्यालय के पांच दर्जन शिक्षक नियुक्ति जांच में फंसे हैं।
संवाद सहयोगी कोडरमा: पिछले एक माह से अधिक समय से जिले के उच्च विद्यालयों के पांच दर्जन से ज्यादा शिक्षक शिक्षक नियुक्ति के आवेदनों की जांच में फंसे हैं। इससे शिक्षण व्यवस्था प्रभावित है। स्कूलों में अब आठवीं बोर्ड की भी शुरुआत कर दी गई है। साथ ही कुछ माह बाद ही मैट्रिक की परीक्षा भी होनी है। ऐसे में समय रहते छात्रों की तैयारी नहीं कराई गई तो भविष्य अधर में लटक सकता है। इसके बाद भी पिछले एक माह से अधिक समय से हाईस्कूल के 87 शिक्षकों को शिक्षक नियुक्ति में पूर्व में हुई गड़बड़ी की जांच में लगा दिया गया। इधर, स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था प्रभावित ना हो इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जांच प्रक्रिया पूरी होने के पहले ही करीब 40 शिक्षकों को हटा लिया। इस मामले को दिशा की बैठक में भी उठाया गया और जिला शिक्षा पदाधिकारी पर जांच को प्रभावित करने तक का आरोप मढ़ा गया। इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवनारायण साह के अनुसार उच्च विद्यालयों व प्लस टू उच्च विद्यालयों में पहले से ही शिक्षकों की कमी है। ऐसे में जांच को लेकर वे अधिक दिनों तक शिक्षकों को नहीं लगा सकते हैं। विभाग स्तर से ही स्पष्ट आदेश है कि शिक्षकों का प्रतिनियोजन गैर शिक्षण कार्य में नहीं किया जाना है। लिहाजा बच्चों का भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। जांच के लिए वे लिपिक दे सकतें है, लेकिन शिक्षण कार्य प्रभावित कर शिक्षकों का प्रतिनियोजन करना अब संभव नहीं है। अष्टम वर्ग का बोर्ड भी होने लगा है। जबकि मैट्रिक परीक्षा के लिए भी बच्चों को तैयार किया जाना है। इन कारणों से शिक्षकों का धीरे-धीरे प्रतिनियोजन रद किया जा रहा है।