श्रमिकों के कल्याण के लिए चल रही हैं कई योजनाएं
संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) बच्चों की पढ़ाई-लिखाई शादी-ब्याह जैसे मौकों पर श्रि
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा) : बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, शादी-ब्याह जैसे मौकों पर श्रमिकों को सहायता के लिए श्रम विभाग ने पंजीकृत मजदूरों के लिए कई योजना लाई है। मजदूरों को यह सुविधा महज 110 रुपये के पंजीयन पर सरकार ने उपलब्ध करा रही है। इस सप्ताह 175 सेफ्टी किट के लिए 1000-1000 राशि श्रमिकों के बैंक खाता में डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत सीधे राशि हस्तांतरित कर दी गई है। श्रम अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि श्रमिकों के साथ जिला प्रशासन खड़ा है। विभाग से संचालित योजनाओं के तहत कोरोना संक्रमण काल में भी उन्हें राहत पहुंचाने के लिए समय-समय पर राशि उपलब्ध कराई गई है। श्रमिकों के मेधावी पुत्र व पुत्री को छात्रवृत्ति योजना, श्रमिकों को मातृत्व प्रसुविधा योजना एवं श्रमिक सेफ्टी किट योजना के तहत आनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। 90 दिनों तक कार्य करने वाले श्रमिक अपनी योग्यता के अनुसार इस योजना का लाभ उठा सकते है। उन्होंने कहा कि गरीब मजदूरों के बच्चों को आगे बढ़ाने की दिशा में श्रम विभाग की मेधावी पुत्र-पुत्री छात्रवृत्ति योजना कारगर साबित हो रही है। योजना के तहत श्रम विभाग से निबंधित मजदूर के बच्चों को पांच से 50 हजार रुपये तक की छात्रवृत्ति दे रहा है। विभाग की ओर से कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई के लिए पांच हजार रुपये, वर्ग नौ से 12 कक्षा तक की पढ़ाई के लिए 10 हजार रुपये, स्नातक व एम की डिग्री प्राप्त करने तक के लिए 20 हजार रुपये व मेडिकल, इंजीनियर की पढ़ाई के लिए 50 हजार रुपये तक की छात्रवृत्ति राशि श्रम विभाग से मिलेगी। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि मजदूर का निबंधन श्रम विभाग में किया गया हो। 110 रुपये शुल्क देकर श्रम विभाग में श्रमिक अपना पंजीयन कराकर सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना के अलावा निबंधित मजदूरों की दो संतानों के विवाह के लिए 30 हजार रुपये तक की मदद श्रम विभाग करेगा। इसके लिए श्रम विभाग ने विवाह सहायता योजना शुरू की है। श्रम अधीक्षक ने बताया कि जिले में लगभग 50 हजार मजदूर निबंधित हैं।