ट्रक-बस की सीधी टक्कर में एक दर्जन बराती घायल
थाना क्षेत्र के तारा घाटी के समीप ट्रक बस के आमने सामने की टक्कर में एक दर्जन लोग हुये घायल सभी खतरे से बाहर। मिली जानकारी के अनुसार झुमरीतिलैया के माहुरी समाज के लोग राजगीर में एक शादी समारोह में शामिल होकर श्री ट्रेवल्स बस संख्या बीआर 27ई/ 4739 से झुमरीतिलैया लौट रहे थे। इसी क्रम में कोडरमा से बिहार की ओर जा रही ट्रक संख्या जेएच 12 जे/07
कोडरमा : थाना क्षेत्र के तारा घाटी के समीप ट्रक बस के आमने सामने की टक्कर में एक ही परिवार के दो महिला समेत एक दर्जन लोग घायल हो गये। चिकित्सकों के अनुसार सभी घायल खतरे से बाहर है। जानकारी के अनुसार झुमरीतिलैया के माहुरी समाज के लोग राजगीर में लड़की पक्ष से एक शादी समारोह में शामिल होकर रविवार को श्री ट्रेवल्स बस बीआर27ई-4739 से वापस झुमरीतिलैया लौट रहे थे। इसी क्रम में कोडरमा से बिहार की ओर जा रहे ट्रक जेएच 12 जे-0789 ने कोडरमा के तारा घाटी में बस को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस में सवार सभी लोगों को चोटें आई। लोग भयभीत होकर चिखने-चिल्लाने लगे। घटना में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गये, जबकि अन्य को भी चोटें आई है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ऐबुलेंस के साथ सहयोग के लिए घटना स्थल पर पहुंचे व सभी घायलों को सदर अस्पताल लाया गया। इस दौरान सीएस हिमांशु भूषण के निर्देश पर कई चिकित्सक सदर अस्पताल पहुंचकर घायलों के इलाज में जुट गए। चिकित्सक डॉ. संदीप, डॉ. आशीष के अलावा डीएस डॉ. आर कुमार, डॉ. आरपी शर्मा व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से सभी घायलों का त्वरित इलाज किया गया। इनमें चालक व तीन अन्य गंभीर बताये जा रहे हैं, जबकि तीन लोगों को बेहतर उपचार के लिए रांची रेफर किया गया है। वहीं घायलों में चालक पप्पू राय, पिता नागदेव राय (36 वर्ष) वैशाली, पिकू सिंह (32), पिता श्रीकांत सिंह, टनकुप्पा गया, रीना गुप्ता (40), पति अनुज गुप्ता पूर्वी सिंहभूम, रूपेश कुमार (24), पिता राजेंद्र प्रसाद, झुमरीतिलैया के आलोक सेठ (21), पिता तरुण सेठ, शुभम कुमार (21), पिता बिनोद प्रसाद, रूपा देवी (32), पति संजय कुमार, संजय कुमार (40), पिता विशाल प्रसाद, रौनक कुमार (14), पिता दिलीप कुमार (65), सुरेश प्रसाद, पिता स्व. परमेश्वर राम, साहिल कुमार (25) के नाम शामिल हैं। सभी घायलों को बेहतर इलाज के लिये निजी क्लीनिक ले जाया गया है। ----तेज गति, तीखा मोड़ बन रहा दुघर्टना का कारण
बिहार-झारखंड के सबसे दुर्गम मार्ग में शुमार कोडरमा घाटी में दुघर्टनाएं थम नहीं रही है। हाल के वर्षों में दुघर्टनाओं पर अंकुश को लेकर घाटी में कई कदम उठाये गये है। ब्लैक स्पॉट को चिह्नित कर सड़क की चौड़ाई बढ़ाई गई है। जगह-जगह साईन बोर्ड भी लगाया गया है। बावजूद तीखा मोड़ में तेज गति दुघर्टना का कारण बन रहा है। इससे सड़क सुरक्षा समिति की चिता बढ़ी हुई है।