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अबतक लक्ष्य के महज 35 फीसद हुई धान की खरीदारी

किसानों की दशा व दिशा को सुधारने की बातें तो सभी राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता कर रहे हैं। लेकिन किसानों के मेहनत व पसीने से उपजे फसलों की सही कीमत उन्हें मिले इसे देखने वाला कोई नहीं है। यही कारण है कि जिला में अबतक तय लक्ष्य से महज 35 फीसद ही धान की खरीदारी हो सकी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Feb 2021 08:17 PM (IST)Updated: Wed, 03 Feb 2021 08:17 PM (IST)
अबतक लक्ष्य के महज 35 फीसद हुई धान की खरीदारी
अबतक लक्ष्य के महज 35 फीसद हुई धान की खरीदारी

खूंटी : किसानों की दशा व दिशा को सुधारने की बातें तो सभी राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता कर रहे हैं। लेकिन किसानों के मेहनत व पसीने से उपजे फसलों की सही कीमत उन्हें मिले इसे देखने वाला कोई नहीं है। यही कारण है कि जिला में अबतक तय लक्ष्य से महज 35 फीसद ही धान की खरीदारी हो सकी है। इसे रफ्तार देने के लिए ना सरकार आगे आ रही है और ना प्रशासन। बेचारे किसान जटिल सरकारी प्रक्रिया और पदाधिकारियों की बेरूखी के कारण खून-पसीने से उपजाई फसल को बेचने के लिए भी तरस रहे हैं। जिले के किसानों को धान का सही कीमत मिले इसके लिए जिला में नौ धान क्रय केंद्र खोले गए हैं। करीब एक माह पूर्व ही जिला के सभी धान क्रय केंद्र के गोदाम खरीदे गए धान से भर गए थे। गोदाम भरे रहने और धान का उठाव मिलर द्वारा नहीं किए जाने के कारण धान क्रय केंद्रों में धान की खरीदारी बंद कर दी गई थी। करीब एक सप्ताह पहले से मिलरों द्वारा जिले के गोदामों से धान का उठाव शुरू किया गया है। लेकिन इसकी रफ्तार धीमी रहने के कारण जिले के अधिकांश गोदाम अब भी खरीदे गए धान से भरे पड़े हैं।

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5137 निबंधित किसानों में 496 ने बेचा धान

जिले में कुल 5137 निबंधित किसानों में से अबतक मात्र 496 किसानों ने धान क्रय केंद्रों में धान बेचा है। इन किसानों से अबतक 17735 क्विटल धान की खरीदारी की गई है। जिले में धान खरीदारी का लक्ष्य पांच हजार मीट्रिक टन है। रनिया प्रखंड स्थित धान क्रय केंद्र में पिछले दस दिनों से धान की खरीदारी बंद है। यहां अबतक मिलर द्वारा मात्र एक बार ही एक गाडी धान का उठाव किया गया है। वहीं, कर्रा के दो धान अधिप्राप्ति केंद्रों में भी फिलहाल धान की खरीदारी बंद है। यहां के दोनों केंद्रों से अबतक एक बार भी धान का उठाव नहीं हुआ है। तोरपा प्रखंड स्थित दो धान क्रय केंद्रों में एक केंद्र पिछले 15 दिनों से बंद है। एक केंद्रों में धान की खरीदारी जारी है। अम्मा केंद्र से 30 जनवरी को एक बार धान का उठाव हुआ था। इसके बाद से उठाव नहीं हुआ है। गोदाम भरा रहने के कारण यहां धान की खरीदारी बंद है।

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जल्द ही गोदामों से धान उठाव कराकर तीव्र गति से धान की खरीदारी की जाएगी और लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। धान उठाव करने के लिए संबंधित मिलरों को निर्देश दिया गया है। धानक्रय केंद्रों में धान बेचने वाले किसानों को धान बेचने के एक सप्ताह के अंदर कीमत के आधी राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में कर दिया जा रहा हैे। शेष राशि का भुगतान धान उठाव होने के बाद किया जाएगा।

- रंजीता टोप्पो, जिला आपूर्ति पदाधिकारी


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