Lok Sabha Election 2019: ईवीएम, वीवीपैट के साथ मतदानकर्मी कलस्टर के लिए रवाना
Lok Sabha Election 2019. खूंटी जिला के 431 बूथों के लिए 2424 मतदानकर्मियों को बिरसा कॉलेज स्थित स्ट्रांग रूम से रवाना किया गया। इसके साथ सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया गया है।
खूंटी, जागरण संवाददाता। खूंटी (अजजा) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सोमवार छह मई को मतदान है। इसमें 11,99,512 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिला निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त सूरज कुमार व पुलिस अधीक्षक आलोक की निगरानी में खूंटी जिला के 431 बूथों के लिए 2424 मतदानकर्मियों को बिरसा कॉलेज स्थित स्ट्रांग रूम से रवाना किया गया।
इसके साथ सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया गया है। खूंटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत खूंटी जिले में कुल 549 मतदान केंद्र एवं 66 कलस्टर बनाए गए हैं। मतदान कार्यों के सफल निष्पादन के लिए 72 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 58 माइक्रो ऑब्जर्वर, 606 पीठासीन पदाधिकारी, 606 प्रथम मतदान पदाधिकारी, 606 द्वितीय मतदान पदाधिकारी व 606 तृतीय मतदान पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं।
मतदानकर्मियों को बूथों के लिए प्रस्थान करते समय किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए बिरसा कॉलेज स्टेडियम में व्यवस्था की गई थी। मतदानकर्मियों को मतदान सामग्री लिस्ट के साथ उपलब्ध कराई गई। साथ ही नियुक्ति पत्रों का वितरण किया गया।
मशीनों के प्रतिस्थापन की दी गई जानकारी
उपायुक्त ने चुनाव कार्य के सफल संचालन के लिए विशेष पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ईवीएम-वीवीपैट सीधी रोशनी के संपर्क में नहीं रखा जाना चाहिए। उपायुक्त ने सभी प्रस्थान करने वाले मतदानकर्मियों को उनके दायित्वों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने मॉकपोल की प्रक्रिया और वास्तविक पोलिंग की प्रक्रिया के विशेष बिंदुओं पर विशेष ध्यान आकृष्ट कराया।
बूथों के संचालन व मतदान की प्रक्रिया के संबंध में विशेष रूप से अवगत कराया। साथ ही चुनाव से पूर्व और चुनाव के दौरान के विशिष्ट कार्यों की जानकारी दी। मतदानकर्मियों को बताया कि अपने संबंधित बूथ पर पहुंचते ही टोल फ्री नंबर 06528-221755 पर कॉल कर सूचना देें। ससमय मॉकपोल करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उपायुक्त ने मतदानकर्मियों को मुख्य बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
इसमें मॉकपोल के पश्चात सीआरसी करना और मतदान खत्म होने के बाद ईवीएम-वीवीपैट का क्लोज बटन दबाना हरगिज न भूलें। साथ ही विभिन्न प्रपत्रों को भरने से संबंधित जानकारी दी गई। मतदानकर्मियों को संबंधित पोलिंग पार्टी के साथ समन्वय स्थापित कर मतदान कार्यों के सफल संचालन सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देश दिए गए।
मतदान के दिन मॉकपोल किए जाने से संबंधित रिपोर्ट, मॉकपोल के बाद मतदान शुरू होने से संबंधित और हर दो घंटे के अंतराल पर पोल रिपोर्ट, जिसमें नौ बजे, 11 बजे, 1 बजे, 3 बजे, 4 बजे और 5 बजे उपलब्ध कराने के संबंध में बताया गया। उपायुक्त ने कहा कि निर्धारित फॉर्मेट में रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
चुनाव जीरो एरर प्रक्रिया है : उपायुक्त
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि मतदान की पूरी प्रक्रिया में मशीनों पर विशेष ध्यान देते हुए हर एक कदम पर तेज निगाह रखनी है। निष्पक्ष व पारदर्शी मतदान कराना सुनिश्चित करें। साथ ही मतदान कार्य के दरम्यान क्या करें, क्या न करें की जानकारी दी गई। उपायुक्त ने लॉ एंड आर्डर के मद्देनजर कार्यों का सफल निष्पादन करने का निर्देश दिया।
उन्होंने मतदानकर्मियों को निर्देश दिया कि अपने संबंधित क्षेत्र का ही ईवीएम/वीवीपैट लेना सुनिश्चित करें और अपने गंतव्य पर पहुंच कर मशीनों को संबंधित क्षेत्र के स्ट्रांग रूम में रखें। बताया गया कि स्ट्रांग रूम की लगातार निगरानी वेब कैमरा के माध्यम से की जा रही है। मौके पर सामान्य प्रेक्षक ओम प्रकाश बकोरिया मौजूद थे। उन्होंने मतदानकर्मियों से बातचीत कर आवश्यक जानकारी साझा की। साथ ही माइक्रो आब्जर्वरों को उनके दायित्वों के प्रति अवगत कराया।
विभिन्न केंद्रों का प्रबंधन
मेडिकल केंद्र : मतदानकर्मियों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई।
पुलिस केंद्र : सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को मतदानकर्मियों के साथ रवाना किया गया।
पूछताछ केंद्र : आवश्यक जानकारियों के लिए पूछताछ केंद्र स्थापित कर मतदानकर्मियों को संबंधित बूथ या अन्य प्रकार की जानकारी दी गई।
मीडिया केंद्र : मौके पर मीडिया केंद्र की व्यवस्था की गई।
सामग्री केंद्र : सामग्री केंद्र पर मतदानकर्मियों को आवश्यकता अनुसार सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई।
भोजन स्टॉल : मतदानकर्मियों के लिए भोजन स्टॉल बनाया गया। भोजन करने के बाद सभी अपने-अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान हुए।
सहायता केंद्र : आवश्यक परिस्थितियों में किसी भी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए सहायता केंद्र स्थापित किया गया।
माइक्रोऑब्जर्वर टैगिंग केंद्र : मतदानकर्मियों के साथ माइक्रोऑब्जर्वरों को टैग किया गया।
प्रशिक्षण केंद्र : मौके पर प्रशिक्षण कोषांग द्वारा प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। इसमें मतदानकर्मियों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई। साथ ही ईवीएम/वीवीपैट के सफल संचालन के विषय में बताते हुए वीवीपैट की बैटरी, मॉक पोल के पश्चात वीवीपैट सील करना तथा मशीन के प्रयोग पर विशेष रूप से ध्यान देने आदि मुख्य बिंदुओं पर ध्यान आकृष्ट किया गया।
ईवीएम कोषांग : इस दौरान ईवीएम कोषांग की वरीय प्रभारी अंजलि यादव के नेतृत्व में मतदानकर्मियों को संबंधित केंद्रों का ईवीएम/वीवीपैट उपलब्ध कराया गया। साथ ही मशीनों से संबंधित आवश्यक जानकारी भी उपलब्ध कराई गई।
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