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मुखिया के साथ मारपीट करने वाले उग्रवादियों की तलाश में जुटी पुलिस

चान्हो लेवी की मांग को लेकर शनिवार की रात बलसोकरा पंचायत की मुखिया झामको मुंडा के

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 08:13 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 08:13 PM (IST)
मुखिया के साथ मारपीट करने वाले उग्रवादियों की तलाश में जुटी पुलिस
मुखिया के साथ मारपीट करने वाले उग्रवादियों की तलाश में जुटी पुलिस

चान्हो : लेवी की मांग को लेकर शनिवार की रात बलसोकरा पंचायत की मुखिया झामको मुंडा के साथ मारपीट करने वाले पीएलएफआइ उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए चान्हो पुलिस लगातार छापामारी अभियान चला रही है। उग्रवादियों की तलाश में रविवार की रात चान्हो के अलावा खलारी व बुढ़मू थाना क्षेत्र के जंगलों में छापामारी अभियान चलाया गया। इधर, लेवी के लिए मुखिया के साथ मारपीट किए जाने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। इससे भुक्तभोगी मुखिया के अलावा प्रखंड के अन्य पंचायत प्रतिनधि भी भयभीत हैं। अपनी सुरक्षा व उग्रवादी की जल्द गिफ्तारी की माग को लेकर चान्हो प्रखंड की 17 पंचायतों के मुखिया, प्रमुख और उप प्रमुख ने सामूहिक रूप चान्हो थाना में लिखित आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।

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गौरतलब हो कि लेवी की मांग को लेकर बलसोकरा पंचायत की महिला मुखिया झामको मुंडा के साथ शनिवार की रात हथियारबंद पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने घर में घुसकर मारपीट की थी। उग्रवादी उनके भाई को लेकर घर पहुंचे थे। लात-घूंसों से पिटाई के बाद जाते-जाते उग्रवादियों ने धममी दी थी कि संगठन चलाने के लिए 15 दिनों के अंदर पांच लाख रुपया दे दें। नहीं तो जान से मार देंगे। उनके घर के बाहर पर्चा भी फेंका था। इस मामले में मुखिया ने चान्हो थाने में पीएलएफआइ के कमांडर कृष्णा यादव उर्फ कृष्णा गोप सहित अन्य पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

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पहली बार मुखिया भोला उरांव की हत्या में आया था कृष्णा गोप का नाम

चान्हो थाना क्षेत्र के बलसोकरा के करमटोली निवासी पीएलएफआइ से जुड़े कृष्णा यादव उर्फ कृष्णा गोप का नाम पहली बार बलसोकरा पंचायत के ही मुखिया भोला उरांव की हत्या (23 मार्च 2013) में आया था। भोला उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से क्षेत्र में ही नही,ं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी इसकी आपराधिक गतिविधियां बढ़ गई थी। हालांकि, भोला उराव की हत्या के मामले में कृष्णा गोप जेल भी गया था। साक्ष्य के अभाव में कुछ ही दिन बाद वह जेल से बाहर आ गया था। इसके बाद वह पीएलएफआइ से जुड़ गया था। वर्तमान में कृष्णा यादव के खिलाफ कुड़ू थाना में 15, खलारी में 6, चान्हो में 7, बुढ़मू थाने में सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उसकी तलाश कर रही है, पर वह उसकी पकड़ से बाहर है।


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