सरकार की कृषि योजनाओं को धरातल पर उतारें अधिकारी : उपायुक्त
जिला समाहरणालय के सभागार में गुरुवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में कृषि मत्स्य उद्यान एवं पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई।
जासं, खूंटी : जिला समाहरणालय के सभागार में गुरुवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में कृषि, मत्स्य, उद्यान एवं पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर उपायुक्त ने पीएम किसान योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के सभी निबंधित किसानों को केसीसी से आच्छादित करना सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए। साथ ही उन्होंने प्रखंड स्तर पर इससे संबंधित बैठक आयोजित करते हुए सुचारू रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना में निबंधित किसानों की संख्या बढ़ाए। सभी योग्य आवेदकों के आवेदन का निष्पादन जल्द से जल्द किया जाए। इसमें सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक एवं किसान मित्र के माध्यम से योजना का लाभ कृषकों को पहुंचाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाना आवश्यक है। बैठक के दौरान फल, फूल, सब्जी, मत्स्य, उन्नत बीज, मिट्टी की उर्वरा क्षमता के साथ कृषि, बागवानी, मत्स्य, पशुपालन व उद्यान विभाग से जुड़े विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व इन योजनाओं के लाभ के सम्बंध में चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि कृषि, उद्यान, मत्स्य के क्षेत्र में सभी को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सकता है। जिले में कृषि की अपार संभावनाएं हैं और ऐसे में यदि प्रशासन के अधिकारी सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि योजनाओं को उचित रूप से धरातल पर उतार पाएं तो हमारे किसान सीधे तौर पर लाभांवित होंगे।
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कृषि कार्य में जैविक खाद को दे बढ़ावा
बैठक में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की भी समीक्षा की गई। इस योजना में बकरा विकास योजना, सुकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कड़ पालन योजना, ब्रायलर कुक्कड़ पालन योजना एवं बत्तख चुजा वितरण योजना शामिल हैं। इसके साथ ही उपायुक्त ने मत्स्य विभाग द्वारा संचालित मत्स्य विपणन योजना, तालाब निर्माण व अन्य योजनाओं के तहत लक्ष्य प्राप्ति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों के इच्छुक व्यक्तियों को इन कार्यो से जोड़े एवं उन्हें लाभान्वित करें। उपायुक्त ने जिले में केज कल्चर को बढ़ावा देने का निर्देश दिया है। इसके अलावा मछली का वृहद स्तर पर उत्पादन करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने पौधों के वृद्धि एवं बेहतर संवर्धन के लिए जैविक खाद जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की है।