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सादगी पूर्वक मनाया गया मुहर्रम, नहीं निकला जुलूस

कोरोना संक्रमण के चलते दो वर्षों से मुहर्रम के मौके पर जिले में ताजिए का जुलूस नहीं निकला।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Aug 2021 01:02 AM (IST)Updated: Sat, 21 Aug 2021 01:02 AM (IST)
सादगी पूर्वक मनाया गया मुहर्रम, नहीं निकला जुलूस
सादगी पूर्वक मनाया गया मुहर्रम, नहीं निकला जुलूस

जाटी, खूंटी : कोरोना संक्रमण के चलते दो वर्षों से मुहर्रम के मौके पर जिले में ताजिए का जुलूस नहीं निकाला गया। इस बार भी पिछले वर्ष की भांति शांतिपूर्ण वातावरण में मुहर्रम मनाया गया। जिला मुख्यालय खूंटी समेत तोरपा, कर्रा, रनिया, मुरहू, अड़की व रोड़ो सहित कई जगहों पर मुहर्रम का जुलूस नहीं निकाला गया। शुक्रवार को तोरपा के मस्जिद ए अक्शा नौजवान कमेटी के तत्वावधान में इमाम हुसैन की याद में इमाम बाड़ा में लंगरखानी का आयोजन किया गया। इसके बाद देर शाम मस्जिद परिसर में एक जलसे का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मस्जिद के सदर कलीम खान ने किया। तकरीर के दौरान रांची डोरंडा से आए मौलाना फारूक मिस्बाही ने इमाम हुसैन की कर्बला के मैदान में हुई शहादत के बारे में जानकारी दी। मौलाना ने कहा कि सच्चाई और अच्छाई के साथ जिदगी बिताएं। इमाम हुसैन ने इस्लाम की खातिर अपने परिवार सहित खुद को कुर्बान कर दिया लेकिन यजीद का साथ नहीं दिया। तकरीर के दौरान अक्शा मस्जिद के इमाम शेर मोहम्मद मिस्बाही ने नमा•ा अदा करने, झूठ नहीं बोलने, एक दूसरे की मदद करने पर जोर दिया। इस दौरान तिलावत, नात शरीफ भी पढ़ी गई। आखिर में सलातो सलाम पढ़ जलसा पूर्ण किया गया।

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इस दौरान मौलाना ने देश व दुनियां में अमन शांति, कोरोना से हिफाजत व आपसी भाईचारे की दुआ मांगी। इस मौकेआजाद खान,नेम उल्ला खान, अताउल्ला रहमान, हाफिज नवाब, हाफिज कासिम, शाहिद अहमद,जुल्फिकार हाफिज अर्सलान शहजादा हुसैन, अमजद खान,फैसल अली खान सहित अन्य मौजूद रहे।गौरतलब है कि इस्लामिक वर्ष के पहले माह मुहर्रम को इमाम हुसैन की शहादत के लिए याद किया जाता है। मुहर्रम माह की 10 तारीख को मुहर्रम का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा ताजिये के साथ जुलूस निकाला जाता है। घर घर में छबील बनाकर फातिहा दिलाकर बांटी जाती है।

वहीं कर्रा में कोरोना काल को देखते हुए कर्रा, लोधमा, गोविदपुर आदि स्थानों में मुहर्रम कमेटी कर्रा व नौजवान कमेटी कर्रा के सदस्यों ने संयुक्त रुप से निर्णय लेकर मुहर्रम पर्व का झांकी व जुलूस नहीं निकले। लेकिन विधिवत तरिके से इमामबाड़ा में फातिहा करके निशान लगाया गया है और गुरुवार शाम व शुक्रवार दिन को मुहर्रम नवमी व दशमी को इमामबाड़ा और कर्बला में फातिहा करके पुरे क्षेत्र के अमन चैन के लिए दुआ ए मगफिरत मांगी गई। इसी प्रकार रनिया थाना क्षेत्र के गांव सोदे में मोहर्रम का पर्व सादगी पूर्ण माहौल में शुक्रवार को मनाया गया सरकारी दिशा निर्देश का पालन करते हुए इस वर्ष सिर्फ मस्जिद में नमाज अदा की गई और किसी भी प्रकार का जुलूस और झांकी का आयोजन नहीं किया गया मस्जिद कमेटी के सदर इमाम और धर्मगुरुओं के द्वारा सोदे स्थित मस्जिद में नमाज अदा की गई मोहर्रम का पर शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुए इसे देखते हुए रनिया पुलिस दिन भर सोदे में गस्ती किया गया।


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