स्थानीय लोगों को मिलेंगे रोजगार सृजन के अवसर
उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में बुधवार को पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक हुई। इसमें ए बी सी डी यथा अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय राज्य एवं स्थानीय स्तर के पर्यटन स्थलों की श्रेणियों के आधार पर विचार-विमर्श किया गया।
खूंटी : उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में बुधवार को पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक हुई। इसमें ए, बी, सी, डी यथा अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य एवं स्थानीय स्तर के पर्यटन स्थलों की श्रेणियों के आधार पर विचार-विमर्श किया गया। उपायुक्त ने कहा कि खूंटी जिले में पर्यटन की अधिक संभावनाएं हैं। खूंटी पर्यटन का आकर्षण केंद्र है। जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई प्रयास किए जाएंगे। लतरातू डैम को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से उक्त स्थल का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। साथ ही पेरवाघाग, पंचघाघ, दशम फॉल, लटरजंग व पेलोल डैम आदि पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जाएगा। स्वच्छता के ²ष्टिकोण व स्थानीय लोगों के रोजगार सृजन को ध्यान में रखते हुए सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों का स्वयं भोजन बनाने पर रोक रहेगी, क्योंकि पर्यटकों द्वारा भोजन बनाने के क्रम में गंदगी की जाती है। स्थानीय लोगों द्वारा निश्चित स्थलों पर पर्यटकों के लिए भोजन तैयार किए जाएंगे। इसमें सखी मंडल की दीदियों को भी जोड़ा जाएगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
उन्होंने बताया कि सभी पर्यटन स्थलों पर किसी भी प्रकार के थर्माकोल व सिगल यू•ा प्लास्टिक की प्लेटें पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेंगी। पर्यटक स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए पत्तल का प्रयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही नियमों का पालन न करने वालों व गंदगी का कारक बनने वालों पर 200 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। बैठक में पर्यटनस्थलों में चारपहिया वाहनों के लिए 40 रुपये पार्किंग व दो पहिया वाहनों के लिए 20 रुपये पार्किंग शुल्क का निर्धारण किया गया।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी विकसित पर्यटन स्थलों पर पर्यटन समिति का गठन किया जाए। उक्त समिति द्वारा पर्यटन स्थल की देख-रेख, साफ-सफाई, पार्किंग आदि का रखरखाव किया जाएगा। इसके अलावा पर्यटकस्थलों पर सैलानियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मौके पर उपायुक्त ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी आशीष कुमार को चलंत शौचालय के क्रय हेतु निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि जिन पर्यटन स्थलों में नेटवर्क नहीं है, इसके लिए टेलीकॉम नेटवर्क को सूचित किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचघाघ जलप्रपात में सुविधा व मरम्मत हेतु विभाग को प्रस्ताव भेजा जाए। साथ ही पंगुरा फॉल व पेलोल डैम के लिए पहुंच पथ हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
इस दौरान उपायुक्त ने बताया कि पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्यटन स्थलों के हाई रिस्क जोन व लो रिस्क जोन हेतु एरियल फोटोग्राफी के माध्यम से ब्लैक, रेड व ग्रीन स्पॉट को चिह्नित किया जाएगा। साथ ही इससे संबंधित बैनर लगाकर लोगों को सचेत भी किया जाएगा।