Move to Jagran APP

डालसा के प्रयास से चार वर्ष बाद मुक्त हुआ बंधुआ मजदूर पतरस

जागरण संवाददाता खूंटी

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Aug 2022 08:20 PM (IST)Updated: Fri, 05 Aug 2022 08:20 PM (IST)
डालसा के प्रयास से चार वर्ष बाद मुक्त हुआ बंधुआ मजदूर पतरस
डालसा के प्रयास से चार वर्ष बाद मुक्त हुआ बंधुआ मजदूर पतरस

डालसा के प्रयास से चार वर्ष बाद मुक्त हुआ बंधुआ मजदूर पतरस

loksabha election banner

जागरण संवाददाता, खूंटी : जिला विधिक सेवा प्राधिकार, खूंटी के प्रयास से चार साल के बाद एक बंधुआ मजदूर गोवा से मुक्त हो पाया। यह मामला रनिया थाना के कर्रा टोंगरीटोली निवासी 33 वर्षीय पतरस टोपनो का है। पतरस टोपनो के पिता लुकास टोपनो और बहन सीमा समद ने डालसा में आवेदन देकर गुहार लगाई थी कि उसका बेटा पतरस 2018 में काम करने के लिए गोवा के मडगांव रेलवे स्टेशन के समीप द वुड रेस्टोरेंट गया था। वहां उसे बंधुआ मजदूर के रूप में काम कराया जाने लगा है। उसे काम के बदले न तो मजदूरी दी जाती थी और न ही उसे घर आने दिया जा रहा था। पूरा परिवार चार वर्षों से पुत्र को मुक्त कराने के लिए परेशान था। जिला विधिक सेवा प्राधिकार खूंटी के अथक प्रयास और श्रम विभाग के सहयोग से पतरस टोपनो दो अगस्त को अपना घर रनिया वापस आ गया। उसको मजदूरी के रूप में लगभग 50 हजार रुपये मिले थे, लेकिन दो लाख 61 हजार रुपये बाकी था, जिसे रेस्टोरेंट के मालिक ने अब तक नहीं दिया है। डालसा मजदूरी के इस बकाए रकम का भुगतान कराने के लिए प्रयास कर रहा है। मुक्त बंधुआ मजदूर पतरस शुक्रवार को परिवार के साथ व्यवहार न्यायालय स्थित डालसा के कार्यालय में पहुंचा और प्रधान जिला एव सत्र न्यायाधीश सह डालसा के अध्यक्ष सत्यप्रकाश और और अन्य न्यायिक अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी मुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसके लिए डालसा का आभार जताया। यह जानकारी डालसा के सचिव मनोरंजन कुमार ने दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.