डालसा के प्रयास से चार वर्ष बाद मुक्त हुआ बंधुआ मजदूर पतरस
जागरण संवाददाता खूंटी
डालसा के प्रयास से चार वर्ष बाद मुक्त हुआ बंधुआ मजदूर पतरस
जागरण संवाददाता, खूंटी : जिला विधिक सेवा प्राधिकार, खूंटी के प्रयास से चार साल के बाद एक बंधुआ मजदूर गोवा से मुक्त हो पाया। यह मामला रनिया थाना के कर्रा टोंगरीटोली निवासी 33 वर्षीय पतरस टोपनो का है। पतरस टोपनो के पिता लुकास टोपनो और बहन सीमा समद ने डालसा में आवेदन देकर गुहार लगाई थी कि उसका बेटा पतरस 2018 में काम करने के लिए गोवा के मडगांव रेलवे स्टेशन के समीप द वुड रेस्टोरेंट गया था। वहां उसे बंधुआ मजदूर के रूप में काम कराया जाने लगा है। उसे काम के बदले न तो मजदूरी दी जाती थी और न ही उसे घर आने दिया जा रहा था। पूरा परिवार चार वर्षों से पुत्र को मुक्त कराने के लिए परेशान था। जिला विधिक सेवा प्राधिकार खूंटी के अथक प्रयास और श्रम विभाग के सहयोग से पतरस टोपनो दो अगस्त को अपना घर रनिया वापस आ गया। उसको मजदूरी के रूप में लगभग 50 हजार रुपये मिले थे, लेकिन दो लाख 61 हजार रुपये बाकी था, जिसे रेस्टोरेंट के मालिक ने अब तक नहीं दिया है। डालसा मजदूरी के इस बकाए रकम का भुगतान कराने के लिए प्रयास कर रहा है। मुक्त बंधुआ मजदूर पतरस शुक्रवार को परिवार के साथ व्यवहार न्यायालय स्थित डालसा के कार्यालय में पहुंचा और प्रधान जिला एव सत्र न्यायाधीश सह डालसा के अध्यक्ष सत्यप्रकाश और और अन्य न्यायिक अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी मुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसके लिए डालसा का आभार जताया। यह जानकारी डालसा के सचिव मनोरंजन कुमार ने दी।