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प्रखंडों में हुआ बिरसा किसान सम्मान समारोह का आयोजन, लाभुकों के बीच केसीसी ऋण का वितरण

जासं खूंटी राज्य

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Jul 2022 09:17 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2022 09:17 PM (IST)
प्रखंडों में हुआ बिरसा किसान सम्मान समारोह का आयोजन, लाभुकों के बीच केसीसी ऋण का वितरण
प्रखंडों में हुआ बिरसा किसान सम्मान समारोह का आयोजन, लाभुकों के बीच केसीसी ऋण का वितरण

प्रखंडों में हुआ बिरसा किसान सम्मान समारोह का आयोजन, लाभुकों के बीच केसीसी ऋण का वितरण

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जासं, खूंटी : राज्य सरकार के निर्देशानुसार गुरुवार को जिले के सभी प्रखंडों में बिरसा किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसके तहत सभी प्रखंड मुख्यालयों में मेगा केसीसी ऋण वितरण कैंप का आयोजन किया गया। मौके पर सभी प्रखंउों के वरीय पदाधिकारियों ने किसानों का उत्साहवर्धन करते हुए बताया कि केसीसी का सही उपयोग कर किसान खुशहाल हो सकते हैं। इस राशि का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों में ही करें। यह काफी कम ब्याज पर उपलब्ध है। आप सभी ज्यादा से ज्यादा आवेदन दें और केसीसी का लाभ उठाएं। किसान एक वर्ष में दो-तीन फसल भी अपने खेतों में उगा सकते हैं और अपनी आय बढ़ा सकते हैं। जिले में विशेष शिविर के दौरान 1156 किसानों का आवेदन स्वीकृत किया गया। इसमें अड़की प्रखंड में 89 लाभुकों को 48.90 लाख रुपये, मुरहू प्रखंड में 159 लाभुकों को 74.25 लाख, तोरपा प्रखंड में 41 लाभुकों को 21.75 लाख, कर्रा प्रखंड में 79 लाभुकों को 33.18 लाख, खूंटी सदर में 640 लाभुकों को 265.05 लाख और रनिया प्रखंड में 144 लाभुकों को 37 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। साथ ही अड़की से 23, मुरहू से 122, तोरपा से 91, कर्रा से 15, खूंटी से 131 और रनिया से कुल 214 नए आवेदन भी प्राप्त किए गए। इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा कर्रा प्रखंड मुख्यालय में आयोजित शिविर का निरीक्षण किया गया। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा मुख्य रूप से वर्तमान खरीफ मौसम को देखते हुए संभावित सूखे की उत्पन्न स्थिति में कौन से प्रभेद के धान की बुआई करें, इसकी जानकारी दी गई। यदि ऐसी स्थिति आगे भी रही और वर्षापात नहीं होता है, तो ऐसी स्थिति में 31 जुलाई तक किसान मूंग, उड़द, अरहर, कुलथी, मक्का, सुरगुजा तथा 15 अगस्त तक मडुवा (रागी), फसल लगाने की सलाह दी गई। किसानों को अंतर फसल या मिश्रित पद्धति से खेती करने की सलाह दी गई। साथ ही मल्चिंग लगाने के साथ टपक सिंचाई प्रणाली इत्यादि पर विस्तृत जानकारी दी गई। गोष्ठी में उपस्थित किसानों का ब्लाक चैन टेक्नोलाजी सिस्टम के माध्यम से किसानों का रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन लिया गया तथा किसानों से रबी फसल के डिमांड के लिए उन्हें जागरूक किया गया। साथ ही किसानों को उद्यान विभाग की योजनाओं से संबंधित जानकारी भी दी गई।


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