पेरवाघाघ में लगने लगा सैलानियों का मेला
तोरपा प्रखंड में पर्यटन का सीजन शुरू हो गया है। पेरवाघाघ जलप्रपात की खूबसुरती निहारने पर्यटकों का आना जाना शुरु हो गया। शनिवार को राउरकेला के संत थॉमस उच्च विद्यालय के बच्चों ने पेरवाघोंि
सुनील सोनी, तोरपा : प्रखंड में पर्यटन का सीजन शुरू हो गया है। पेरवाघाघ जलप्रपात की खूबसुरती निहारने पर्यटकों का आना जाना शुरु हो गया। शनिवार को राउरकेला के संत थॉमस उच्च विद्यालय के बच्चों ने पेरवाघाघ में पिकनिक मनायी। स्कूल के शिक्षक गौतम राणा ने पेरवाघाघ की खूबसूरती का बखान करते हुए कहा कि इस तरह का जलप्रपात कहीं नहीं देखा। इस जलप्रपात को देखकर बच्चे काफी खुश हुए।
दिसंबर के शुरुआती महीने से ही सैलानियों का आना-जाना शुरू होने लगा है। झारखंड विधान सभा के दक्षिणी छोटानागपुर की तरफ चुनाव संपन्न होने के साथ ही लोगों का झुकाव पेरवाघाघ की ओर बढ़ने लगा है। चुनाव में लगे प्रत्याशियों के साथ-साथ जनता की भी चल रही भागदौड़ मतदान होते ही खत्म हो गई। चुनाव प्रचार के लिए सुबह जल्दी उठकर दिनभर गांव-गांव जाकर लोगों से मिलने का सिलसिला देर रात तक चलने का दौर भी अब खत्म हो गया है। लोगों ने अब अपनी थकान मिटाने के लिए लोगों ने परिवार व दोस्तों के साथ कई पिकनिक स्थलों में आना-जाना शुरू कर दिया है। इसके लिए तोरपा के भी कई पिकनिक स्पॉट तैयार हैं, जिसमें पेरवाघाघ प्रमुख है।
तोरपा का पेरवाघाघ जलप्रपतात राज्य के खूबसूरत जलप्रपातों में शुमार होने लगा है। इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। घने जंगलों से घिरा पेरवाघाघ अपनी प्राकृतिक छटाओं के कारण सैलानियों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है। प्राकृतिक सौंदर्य व नीले पानी की झील एकमात्र पेरवाघाघ में ही देखने को मिलती है। वहीं चुरदाग के स्थानीय युवकों द्वारा लकड़ी का पुल बनाया जाता है, जिससे पार होकर पेरवाघाघ के झरने का आनंद लिया जा सकता है। इस बार सैलानियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विधायक निधि से शौचालय, टॉवर तथा रेस्ट रूम भी बनाया गया है। टॉवर से मुख्य झरने का आनंद लिया जा सकता है। इसके अलावा तपकारा से रनिया जाने के रास्ते में सेहलदाग संगम भी अपनी सुंदरता से लोगों को आकर्षित करता है। वहीं कारो संगम, सतधारा छाता नदी व चंचलाघाट सहित छोटे-छोटे पिकनिक स्पॉट सैलानियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।