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गाइडलाइन के साथ खुले कस्तूरबा विद्यालय, कम रही उपस्थिति

सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए सोमवार को जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू हुआ। पहले दिन विद्यालय में बच्चियों की उपस्थिति कम रही। विद्यालय खुलने की सूचना वार्डन समेत सभी शिक्षिकाओं को पहले ही दे दी गई थी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 07:28 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 07:28 PM (IST)
गाइडलाइन के साथ खुले कस्तूरबा विद्यालय, कम रही उपस्थिति
गाइडलाइन के साथ खुले कस्तूरबा विद्यालय, कम रही उपस्थिति

खूंटी : सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए सोमवार को जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू हुआ। पहले दिन विद्यालय में बच्चियों की उपस्थिति कम रही। विद्यालय खुलने की सूचना वार्डन समेत सभी शिक्षिकाओं को पहले ही दे दी गई थी। इसके बाद विद्यालय परिसर की साफ-सफाई कराने के बाद गद्दा और कंबल को धूप में सुखाया गया था। विद्यालय परिसर को सैनिटाइज करने के साथ ही बच्चों के रहने वाले कमरों में गाइडलाइन के तहत पूरी व्यवस्था की गई। विद्यालय पहुंचने वाले बच्चियों का मुख्य गेट के पास ही जांच की जा रही थी। बगैर मास्क के किसी को भी विद्यालय परिसर में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा था। जांच के बाद अभिभावक के सहमती पत्र जमा लेने के बाद बच्चियों को सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन करने को कहा गया। कस्तूरबा विद्यालयों में फिलहाल 10वीं और 12वीं की छात्राओं को ही विद्यालय बुलाया गया है।

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कालामाटी स्थित कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय खूंटी में सुबह से ही बच्चियों का पहुंचना शुरू हो गया था। दिन भर बच्चियों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। गेट पर ही विद्यालय पहुंचने वाले बच्चियों का तापमान मापने के साथ ही उन्हें सैनिटाइज करने के बाद परिसर में दाखिल कराया गया। विद्यालय की वार्डन रेणुका कुमारी ने बताया कि विद्यालय में सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विद्यालय में 10वीं कक्षा में 72 और 12वीं में 53 विद्यार्थी हैं। पहले दिन 10वीं के 27 और 12वीं के 25 विद्यार्थी ही विद्यालय पहुंचे।

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एक बेंच पर एक बच्ची

कस्तूरबा विद्यालय में बच्चियों को शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए बैठाया गया था। एक बेंच पर एक बच्ची को बैठाने के साथ ही कक्षा के बाद सैनिटाइजर से हाथ साफ किए जा रहे थे। बच्चियां आपस में किसी प्रकार का सामान आदान-प्रदान ना करें इसके लिए भी सभी को सचेत किया गया था। सभी को जरूरत के सभी सामान अपने साथ रखने के लिए कहा गया है। वहीं, कर्रा स्थित कस्तूरबा विद्यालय में भी बच्चियों की उपस्थिति कम रहीं। यहां तोरपा का भी कस्तूरबा विद्यालय संचालित होती हैं। कर्रा में 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली 41 बच्चियों में से 26 और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली 46 बच्चियों में से 29 बच्ची ही विद्यालय पहुंची। तोरपा कस्तुरबा में 10वीं में पढ़ने वाली 35 बच्चियों में से मात्र 14 बच्ची ही विद्यालय पहुंची। तोरपा कस्तुरबा में 12वीं की पढ़ाई नहीं होती है। यहां भी बच्चे अपने अभिभावक से सहमती पत्र लेकर विद्यालय पहुंच रहे थे।


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