अधिकारी संवेदनशील होकर करें योजनाओं का क्रियान्वयन : उपायुक्त
मनरेगा के तहत सभी कार्यों को संवेदनशील होकर ससमय पूर्ण कराया जाना चाहिए।
जासं, खूंटी : मनरेगा के तहत सभी कार्यों को संवेदनशील होकर ससमय पूर्ण कराया जाना चाहिए। मनरेगा के तहत संचालित कल्याणकारी योजनाओं को सफल बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। ये बातें खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन ने कही। शुक्रवार को मनरेगा व प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से सम्बंधित समीक्षा बैठक में उन्होंने बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलांबर पीतांबर जल समृद्धि योजना, वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना, डोभा निर्माण, तालाब निर्माण, कूप निर्माण के कार्य को ससमय शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि संवेदनशील होकर लोगों को कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। साथ ही निरंतर क्षेत्र का भ्रमण करते हुए योजना की पूर्णता में तेजी लाना सुनिश्चित करेंगे। समीक्षा के क्रम में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी निर्देश दिया कि मनरेगा के तहत क्रियान्वित योजनाएं एवं प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत आवास का निर्माण लक्ष्य के अनुरूप ससमय पूर्ण करना सुनिश्चित करें। मौके पर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को मानव दिवस सृजन में अपेक्षित प्रगति लाने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने प्रधानमंत्री आवास की समीक्षा करने के क्रम में सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को प्रखंड में सभी लंबित कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उपायुक्त ने बिदुवार प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण फेज- 1 (2016-19), प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण फेज 2 (2019-20), प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्राप्त लक्ष्य, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर आवास योजना, आवास प्लस में जाब कार्ड एंट्री, आवास प्लस एवं पीएम आवास योजना-ग्रामीण का रिमांड सहित अन्य कार्य प्रगति की विस्तार से जानकारी प्राप्त किया गया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में 15वीं वित्त आयोग के तहत जिला परिषद, खूंटी, पंचायत समिति व ग्राम पंचायत को आवंटित राशि के उपयोग के संबंध में चर्चा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। मौके पर उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, निर्देशक आईटीडीए, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, जेएसएलपीएस के प्रतिनिधि व अन्य शामिल थे।