तालाबों पर छठव्रतियों को सुविधा उपलब्ध कराए सरकार : विहिप
छठ महापर्व को लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने झारखंड सरकार द्वारा निर्देशित मापदंड को हिदू आस्था के विरुद्ध बताया है।
खूंटी : छठ महापर्व को लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने झारखंड सरकार द्वारा निर्देशित मापदंड को हिदू आस्था के विरुद्ध बताया है। जिला मंत्री प्रियंक भगत और सह मंत्री वीरेंद्र सोनी ने कहा कि छठ महापर्व समाज के गरीब से गरीब अथवा अमीर से अमीर, सभी की आस्था का एक ऐसा महापर्व है, जिसकी परंपरा पूर्व से बनी हुई है, जो किसी जलाशय अथवा नदी पर ही संध्या में अस्त व प्रात: में उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पूर्ण होती है। ऐसे में किसी भी श्रद्धालु को तलाब अथवा नदी में अर्घ्य नहीं देने की बात कहना न्यायोचित नहीं है। वैश्विक कोरोना महामारी को देखते हुए प्रांत में हर व्यक्ति को सतर्क रहना अनिवार्य है। लोग मापदंड का अनुपालन कर भी रहे हैं। आज सभी लोगों को सतर्कता पालन करते हुए सार्वजनिक जगह में जाने की अनुमति प्रदान है। शिक्षण संस्थानों को छोड़कर बाजार, राजनीतिक चुनाव आदि अन्य बड़े-छोटे स्थानों पर भी सैकड़ों व्यक्ति एक जगह पर एकत्र हो रहे हैं, फिर छठ महापर्व में तालाब पर न जाने का निर्देश देना क्या हिदू आस्था का अनादार करना नहीं है। उन्होंने कहा कि विश्व हिदू परिषद झारखंड सरकार से मांग करती है कि छठव्रतियों के पूजन-अर्चन पर किसी प्रकार का प्रशासनिक दबाव न हो। छठव्रतियों के लिए झारखंड के सभी तालाबों की शीघ्र साफ-सफाई कराएं। प्रकाश की व्यवस्था कराएं एवं उचित दूरी में रहकर पूजा करने की व्यवस्था कराएं। विश्व हिदू परिषद एवं बजरंग दल के सभी कार्यकर्ता इस कार्य में सरकार व प्रशासन का सहयोग करेंगे। विश्व हिदू परिषद यह भी आश्वासन देती है कि छठव्रती अनलाकडाउन के मापदंड को मानते हुए मास्क पहनेंगे एवं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजन-अर्चन करेंगे।