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जिले के अंतिम छोर पर बसे डाहंगा गांव में बने पांच बोरी बांध

जिला प्रशासन सेवा वेलफेयर सोसाइटी एवं जिले की ग्रामसभाओं द्वारा संयुक्त रूप से जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन चलाया जा रहा है। इस आंदोलन से ग्रामीणों के साथ जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी कर्मी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी जुड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 06:57 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 06:57 PM (IST)
जिले के अंतिम छोर पर बसे डाहंगा गांव में बने पांच बोरी बांध
जिले के अंतिम छोर पर बसे डाहंगा गांव में बने पांच बोरी बांध

खूंटी : जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाइटी एवं जिले की ग्रामसभाओं द्वारा संयुक्त रूप से जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन चलाया जा रहा है। इस आंदोलन से ग्रामीणों के साथ जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी, कर्मी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी जुड़ रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को जिले के अंतिम छोर पर बसे मुरहू प्रखंड के रूमुतकेल पंचायत अंतर्गत बड़ा डाहंगा गांव के नाले पर दो और छोटा डाहंगा में तीन, यानी कुल पांच बोरी बांध बनाए गए।

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डीडीसी अरुण कुमार सिंह, मुरहू बीडीओ प्रदीप कुमार भगत, कनीय अभियंता आलोक सिंह व पंचायत सचिव उमेश्वर काशी समेत रोजगार सेवक, पंचायत समिति सदस्य क्लेमेंट होरो, सेवा वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष समेत गांव के पुरुषों, महिलाओं व युवक-युवतियों ने श्रमदान किया। बोरी बांध के बनते ही लोगों ने मछलियां मारनी शुरू की और लगभग दस किलो मछलियां भी पकड़ीं।

मौके पर डीडीसी ने कहा कि जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन सराहनीय है। खूंटी के दुर्गम इलाके में पानी दुर्लभ होता जा रहा है। भूगर्भीय जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। ऐसे में पानी को बचाने के लिए सेवा वेलफेयर सोसाइटी और ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से जल के लिए चलाया जा रहा यह आंदोलन काफी सराहनीय है। इससे क्षेत्र की जनता को काफी लाभ होगा।

पंचायत समिति सदस्य क्लेमेंट होरो ने कहा कि बोरी बांध बनने के बाद इस वर्ष बांध के किनारे बंजर पड़ी रहने वाली दो एकड़ जमीन में लेमनग्रास की खेती की जाएगी। इसके अलावा गांव के लोग साग-सब्जी की भी खेती करेंगे। श्रमदान करने वालों में एतवा कंडुलना, सुबासी तोपनो, सबीता सोय, जोनेत हस्सा पूर्ति, मरियम डंगवार, राहिल डंगवार, अस्मिता डंगवार, जोहन कंडुलना, ºिस्टोफर कंडुलना, अनिल कंडुलना, सुशील कंडुलना, रंजीत कंडुलना, कालेब कंडुलना, अरविद कंडुलना, प्रभु सहाय कंडुलना, भूषण सुरीन, मंगरा, सींगा डंगवार, जोहन डंगवार, मंदरू डंगवार, एतवा पूर्ति, सिमोन भेंगरा, जादो पुर्ती, जोवाकिम पूर्ति, सिगा बोदरा, बुटका बोदरा, मिखाईल हस्सा पूर्ति आदि ग्रामीण शामिल थे।


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