Lok Sabha Election 2019: किसी ने उड़ाए लाखों, तो किसी ने फूटी कौड़ी भी नहीं खर्चे
Lok Sabha Election 2019. खूंटी लोकसभा क्षेत्र में कुछ प्रत्याशी लाखों रुपये उड़ा चुके हैं। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं की है।
खूंटी, [कंचन कुमार]। Lok Sabha Election 2019- खूंटी लोकसभा चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। पर्चा दाखिल करने के बाद कुछ प्रत्याशी लाखों रुपये उड़ा चुके हैं। वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं की है। प्रत्याशियों का च्यादा खर्च वाहन और कार्यालय में ही हो रहा है। प्रत्याशियों ने 29 अप्रैल को द्वितीय चरण के खर्च का ब्यौरा व्यय कोषांग को सौंप दिया है।
खर्च करने में भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा सबसे आगे हैं। उन्होंने अब तक 1670146 रुपये खर्च किए हैं। जबकि 1078104 रुपये खर्च कर कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा दूसरे स्थान पर हैं। राष्ट्रीय सेंगल पार्टी की उम्मीदवार सिबिल कंडुलना तीसरे एवं झापा प्रत्याशी अजय टोपनो चौथे स्थान पर हैं। सिबिल कंडुलना ने 117708 तथा अजय टोपनो ने 114030 रुपये खर्च किए हैं।
वहीं निर्दलीय नियरंन हेरेंज ने नामांकन के बाद फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं की है। उनका कुल खर्च 12500 रुपये है। और यह भी नामांकन प्रपत्र खरीदने में ही खर्च हुई है। इसी प्रकार हम भारतीय पार्टी की अविनाशी मुंडु ने नामांकन के बाद मात्र 5700 रुपये तथा अहिरा नेशनल पार्टी के मुन्ना बड़ाइक ने सिर्फ 20 हजार 35 रुपये खर्च किए हैं।
अन्य प्रत्याशियों में बसपा की इंदुमति मुंडु ने कुल 79479 रुपये, भारतीय मायनॉरिटी के नील जस्टिन बेक ने 40530 रुपये, निर्दलीय मीनाक्षी मुंडु ने 78026 रुपये एवं सुखराम हेरंज ने 48870 रुपये खर्च किए हैं। प्रत्याशियों के च्यादा खर्च वाहनों एवं कार्यालयों पर ही हो रहे हैं। भाजपा के 101 एवं कांग्रेस के 89 वाहन चुनाव कार्य में लगे हुए हैं।
अब स्टार प्रचारकों का दौरा शुरू होने जा रहा है। इससे खर्च तेजी से बढ़ेगा। 26 अप्रैल तक खूंटी विधानसभा क्षेत्र में कार्यालय खोलने में कांग्रेस पार्टी आगे चल रही थी। कांग्रेस पार्टी के कुल आठ कार्यालय खोले जा चुके हैं। जबकि छह कार्यालय खोलकर भारतीय जनता पार्टी दूसरे स्थान पर है।
झारखंड पार्टी ने भी अपने दो कार्यालय खोले हैं। वहीं रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन में भी भारतीय जनता पार्टी 25 अप्रैल तक सबसे आगे है। भाजपा तीन रैलियां कर चुकी है। वहीं कांग्रेस के खाते में मात्र एक रैली है। बहुजन समाज पार्टी, झारखंड पार्टी, राष्ट्रीय सेंगल पार्टी एवं झारखंड नव निर्माण दल के खाते में भी एक-एक रैली दर्ज है।