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रनिया के कई गांवों में हाथियों का आतंक, ग्रामीणों में दहशत

जिले के रनिया प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों हाथियों का झुंड आंतक मचाया हुआ है। हाथियों के रिहायसी क्षेत्र में आने के कारण ग्रामीणों मे दहशत व्याप्त है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 09:20 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 09:20 PM (IST)
रनिया के कई गांवों में हाथियों का आतंक, ग्रामीणों में दहशत
रनिया के कई गांवों में हाथियों का आतंक, ग्रामीणों में दहशत

खूंटी : जिले के रनिया प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों हाथियों का झुंड आंतक मचाया हुआ है। हाथियों के रिहायसी क्षेत्र में आने के कारण ग्रामीणों मे दहशत व्याप्त है। इन दिनों रनिया के गोरसोद, दाहू जरातोली, टाटीबेड़ा, लोवा, चुरदाग, रैडिपा, खूंटागड़ा, गोइलकेरा, खटंगा समेत अन्य गांवों में हाथियों के आतंक हैं। इन गांवों में किसानों के खेतों और खलिहानों में धान रखा हुआ है। जिसको हाथियों का झुंड अपना निवाला बना रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि झुंड में 16 -17 हाथी शामिल हैं।

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वन विभाग की चुप्पी से ग्रामीण निराश

हाथियों के झुंड के ग्रामीण क्षेत्रों में आने और उनके द्वारा धान की तैयार फसल को नुकसान पहुंचाने की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग समेत अन्य प्रशासनिक वरीय पदाधिकारियों को दी है। सूचना देने के बाद भी वन विभाग हाथियों के झुंड को वापस जंगल की ओर भेजने की दिशा में सक्रियता नहीं दिखा रही है। इसको लेकर ग्रामीणों में निराशा है। हालांकि, जयराम, पुनीत पतरस, लझर जिदन, सिरिल टूना जोन, सुनील आदि ग्रामीण युवाओं का दस्ता हाथियों को वापस भगाने का प्रयास कर रहें हैं।

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हर साल धान की फसल को चट कर जाते हैं हाथी

रनिया प्रखंड क्षेत्र के इन गांवों के अलावा अन्य कई गांवों हाथियों का झुंड प्रतिवर्ष खेत में तैयार किसानों के धान की फसल को अपना निवाला बनाते हैं। ग्रामीणों द्वारा इस समस्या का स्थायी समाधान के लिए कई बार गुहार लगाया गया है, लेकिन हाथी समस्या का आज तक कोई स्थायी निदान नहीं निकल पाया है।

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ग्रामीणों में है दहशत

हाथियों के उत्पात से यहां के लोग दहशत में है। ग्रामीणों को डर सता रहा है कि कहीं हाथी रात में गांवों में हमला न कर दें। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र से हाथियों को भगाने की मांग की है।


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