जिला के सरकारी अस्पतालों में लागू होगा कलर कोड सिस्टम
छूटे हुए हेल्थ वर्कर्स व एफएलडब्ल्यू को चिह्नित कर अनिवार्य रूप से उन्हें कोरोना का टीका लगाएं। कोविड वैक्सीनेशन को लेकर सभी चिकित्सा प्रभारी सजग रहते हुए लक्ष्य के अनुरूप समय पर शतप्रतिशत वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित करें।
खूंटी : छूटे हुए हेल्थ वर्कर्स व एफएलडब्ल्यू को चिह्नित कर अनिवार्य रूप से उन्हें कोरोना का टीका लगाएं। कोविड वैक्सीनेशन को लेकर सभी चिकित्सा प्रभारी सजग रहते हुए लक्ष्य के अनुरूप समय पर शतप्रतिशत वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित करें। ये बातें जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने कहीं। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की बैठक में उन्होंने वैक्सीनेशन पर चर्चा की। मौके पर उन्होंने सिविल सर्जन सहित अन्य चिकित्सा पदाधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर रूप से संचालित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने जिला के सरकारी अस्पतालों में कलर कोड सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया। इसका अनुपालन सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में किया जाना है। इसके अनुसार अस्पतालों के बेड पर प्रत्येक दिन कलर कोड के अनुसार अलग-अलग रंग की चादर बिछेगी। इससे मरीजों को हर रोज साफ-सुथरी चादर उपलब्ध हो पाएगी। वहीं, दूसरी ओर स्वच्छता के ²ष्टिकोण से उचित प्रयास होगा। मौके पर सिविल सर्जन डा. प्रभात कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल में कलर कोड सिस्टम लागू किया जा चुका है। बैठक के दौरान उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि अस्पतालों में मशीनों की कमी, चिकित्सकों की उपस्थिति, मशीनों एवं उपकरणों का प्रयोग, मरीजों की संख्या व अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।
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हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का किया जाएगा निरीक्षण
बैठक में उपायुक्त ने जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने संबंधित क्षेत्र के पांच-पांच हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व हेल्थ सब सेंटर का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को क्रियाशील कर सफल संचालन करना है। साथ ही अस्पतालों की आधारभूत संरचना को सु²ढ़ करने पर भी चर्चा की गई। समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने एएनसी, इम्यूनाइजेशन, इंस्टिट्यूशनल एवं होम डिलीवरी (एसबीए द्वारा प्रशिक्षित एएनएम) आदि की जानकारी ली। मौके पर उन्होंने एंबुलेंस की आवश्यकता से संबंधित मैपिग करने और मदर एंड चाइल्ड ट्रेकिग सिस्टम में शत-प्रतिशत एंट्री सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी सीएचसी में मरीजों के परिजनों की रहने की भी आवश्यक व्यवस्था किए जाने पर चर्चा की।