राजभवन के समक्ष होने वाले प्रदर्शन में खूंटी से शामिल होंगे कार्यकर्ता
काले कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्षरत अन्नदाताओं की पीड़ा को नजरअंदाज कर रही मोदी सरकार के अड़ियल रुख और पेट्रोल व डीजल में उत्पाद शुल्क बढ़ाकर इनके कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि करने के विरोध में प्रदेश कांग्रेस 15 जनवरी को राजभवन के समक्ष प्रदर्शन व घेराव करेगी।
खूंटी : काले कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्षरत अन्नदाताओं की पीड़ा को नजरअंदाज कर रही मोदी सरकार के अड़ियल रुख और पेट्रोल व डीजल में उत्पाद शुल्क बढ़ाकर इनके कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि करने के विरोध में प्रदेश कांग्रेस 15 जनवरी को राजभवन के समक्ष प्रदर्शन व घेराव करेगी। कार्यक्रम में खूंटी जिला से बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे। यह जानकारी पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा ने दी। गुरुवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के 62 करोड़ किसान तीन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ दो माह से संघर्षरत हैं। उत्तर भारत में हाड़कंपाने वाली शीतलहरी, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के बावजूद हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर 40 दिनों से अपनी आजीविका के लिए डटे हैं। लेकिन, घमंडी व तानाशाही भाजपा सरकार अन्नदाताओं की इस पीड़ा से बेखबर अपने में मस्त है। संवाददाता, सम्मेलन में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामकृष्ण चौधरी ने कहा कि पिछले छह वर्षों में मोदी सरकार ने पेट्रोल व डीजल के उत्पाद शुल्क में अप्रत्याशित वृद्धि कर दिया है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले 73 वर्षों में सबसे अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अकेले पेट्रोल और डीजल में कई सौ प्रतिशत उत्पाद शुल्क बढ़ाकर अतिरिक्त 19 लाख करोड़ रुपए एकत्र कर लिया है। मोदी सरकार के इस जनविरोधी कार्रवाई से किसानों के साथ-साथ आम लोगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी शुक्रवार को राजभवन का घेराव व प्रदर्शन करने का कार्यक्रम निर्धारित किया है। मौके पर जिला सचिव सयूम अंसारी व निशिकांत होरो भी उपस्थित थे।