ट्रेन पर पत्थरबाजी करने वाला युवक गिरफ्तार
आसनसोल-झाझा रेलखंड में रूपनारायणपुर से जामाड़ा तक ऐसे तत्व पुलिस को दो वर्षो से चुनौती दे रहे थे। रविवार को दो साल में पांच बार पत्थरबाजी की घटना करने वाले युवक को जामताड़ा आरपीएफ ने गिरफ्तार किया।
जामताड़ा : जामताड़ा आरपीएफ ने ट्रेन पर पत्थर बाजी कर ट्रेन व यात्रियों को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को चिह्नित कर उनपर नकेल कसने की मुहिम शुरू की है। आसनसोल-झाझा रेलखंड में रूपनारायणपुर से जामाड़ा तक ऐसे तत्व पुलिस को दो वर्षो से चुनौती दे रहे थे। रविवार को दो साल में पांच बार पत्थरबाजी की घटना करने वाले युवक को जामताड़ा आरपीएफ ने गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार युवक बर्द्धमान जिले के रूपनारायणपुर के पीठकियारी निवासी बली राम का पुत्र पंकज कुमार है। रविवार दोपहर में हुई पूछताछ के बाद उसे मधुपुर जीआरपी के हवाले कर दिया गया। घटना के संबंध में बताया गया कि पिछले दो वर्ष में पंकज ने आसनसोल-झाझा रेलखंड में चित्तरंजन स्टेशन से बोदमा हॉल्ट के बीच चलती ट्रेन पर पांच बार पत्थरबाजी कर चुका है। बीते साल 23 नवंबर को पूर्वा एक्सप्रेस पर भी पत्थरबाजी की थी। इस साल 11 जनवरी को जनशताब्दी एक्सप्रेस डाउन पर पत्थरबाजी की। शीशा टूटने के बाद एक यात्री घायल हो गया था। आसनसोल रेलवे अस्पताल में उपचार कराया गया था। 11 जनवरी को हुई पत्थरबाजी को आरपीएफ ने गंभीरता से लिया और टीम गठित कर 12 जनवरी से तलाश शुरू की। शनिवार को युवक घटनास्थल के आसपास रेलवे लाइन के किनारे संदिग्ध अवस्था में घूम रहा था। आरपीएफ ने उसे दबोचा और गहन पूछताछ की। पत्थरबाजी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी। आरपीएफ जामताड़ा के प्रभारी निरीक्षक शमीम खान ने बताया कि पिछले दो पत्थरबाजी की घटना में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। युवक ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। सनद रहे कि इधर हाल में आरपीएफ ने रेलवे ट्रैक के किनारे गांवों की नागरिकों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया था। लोगों को नसीहत दी थी कि पत्थरबाजी की घटना अपने क्षेत्र में किसी को न करने दें। इससे यात्री व रेल दोनों को नुकसान होता है। जनता से सहयोग भी मांगा गया था। जागरूकता में पत्थर बाजी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानकारी भी दी गई थी।