आदिम जनजाति आवासीय बालक विद्यालय अन्यत्र होगा शिफ्ट
कुंडहित (जामताड़ा) कुंडहित प्रखंड के बाघाशोला आदिवासी टोला में गोचर जमीन पर 35 वर्षो से कल्याण विभाग द्वारा संचालित आदिम जनजाति आवासीय बालक विद्यालय को नाला प्रखंड में शिफ्ट करने के लिए आइटीडीए डायरेक्टर नीतीश कुमार सिंह गुरुवार को विद्यालय पहुंचकर अभिभावकों के साथ बातचीत की और उनकी राय ली। बाघाशोला आदिवासी टोला में गोचर जमीन पर विद्यालय बन जाने के बाद दुबारा उस जमीन पर विद्यालय का विकास कार्य तथा चारदीवारी नहीं होने तथा विद्यालय भवन जर्जर होने के कारण पहाड़िया आवासीय विद्यालय को नाला दलाबड़ स्थित कल्याण विभाग के निर्माणाधीन छात्रावास में शिफ्ट किए जाने की जानकारी उन्होंने दी।
कुंडहित (जामताड़ा) : कुंडहित प्रखंड के बाघाशोला आदिवासी टोला में गोचर जमीन पर 35 वर्षो से कल्याण विभाग द्वारा संचालित आदिम जनजाति आवासीय बालक विद्यालय को नाला प्रखंड में शिफ्ट करने के लिए आइटीडीए डायरेक्टर नीतीश कुमार सिंह गुरुवार को विद्यालय पहुंचकर अभिभावकों के साथ बातचीत की और उनकी राय ली। बाघाशोला आदिवासी टोला में गोचर जमीन पर विद्यालय बन जाने के बाद दुबारा उस जमीन पर विद्यालय का विकास कार्य तथा चारदीवारी नहीं होने तथा विद्यालय भवन जर्जर होने के कारण पहाड़िया आवासीय विद्यालय को नाला दलाबड़ स्थित कल्याण विभाग के निर्माणाधीन छात्रावास में शिफ्ट किए जाने की जानकारी उन्होंने दी। यह व्यवस्था तब तक के लिए रहेगी, जबतक कुंडहित प्रखंड में नया पहाड़िया आवासीय विद्यालय का निर्माण नहीं हो जाता।
इसी शिफ्टिग के लिए डायरेक्टर ने बच्चों के अभिभावक, जनप्रतिनिधि व अन्य लोगों से विमर्श किया। अभिभावकों ने कुंडहित प्रखंड के किसी स्थान पर ही विद्यालय चलाने की मांग की। जिप सदस्य भजहरिमंडल व सुभद्रा बाउरी, मुखिया विमला हांसदा, मदनलाल डोकानिया, मनोज डोकानिया, अपिश्वर हेंब्रम ने सिंहवाहिनी प्लस टू उच्च विद्यालय व भागवत झा आजाद महाविद्यालय में कल्याण विभाग द्वारा निर्माण छात्रावास पर तत्काल विद्यालय संचालन करने की मांग की। अभिभावक मंजु पूजहर, कन्हाई पूजहर, विष्णु पूजहर आदि ने बताया कि विद्यालय को नाला कर दिया जाएगा तो सभी लोग समय-समय पर बच्चों से नहीं मिल पाएंगे। इसलिए कुंडहित प्रखंड के किसी भी स्थान पर विद्यालय को रखा जाए।
इस पर डायरेक्टर ने कहा कि यह विद्यालय भवन जर्जर हो गया है। छत झड़ रही है। किसी भी समय में दुर्घटना घट सकती है। इस परिस्थिति में यहां बच्चों को रखना ठीक नहीं है। इसकी जवाबदेही कौन लेगा। इस कारण इस विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को नाला दलाबड़ स्थित कल्याण छात्रावास में स्थानांतरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर विद्यालय संचालन करने के लिए उपयोगी संसाधन के लिए विभाग के पास पैसा नहीं है। नाला दलाबड़ में विभाग का पूर्व में निर्माण किया गया छात्रावास बेकार पड़ा है। तत्काल उसी छात्रावास में विद्यालय का संचालन किया जाएगा। जब कुंडहित में नया विद्यालय भवन का निर्माण हो जाएगा तब पुन: वापस कुंडहित शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस पर कुछ अभिभावकों ने हामी भरी तो कुछ अभिभावकों ने कितु-परंतु की बात कही। इस पर डायरेक्टर ने अभिभावकों को 10 दिन का समय दिया। कहा कि कुंडहित प्रखंड में वैसा भवन है तो बताएं।
सिंह ने उपस्थित पहाड़िया लोगों को बताया कि किसी पहाड़िया गांव में अभी तक जल की समस्या है या जलमीनार का निर्माण नहीं हो सका तो उसका जानकारी दें। कहा कि पहाड़िया लोगों को बीमार होने पर एक हजार से दस हजार रुपये तक का लाभ मिल सकता है। मौके पर बीडीओ गिरिवर मिज, जिला कल्याण पदाधिकारी उत्तम भगत, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अजित प्रसाद चौधरी, किशोर दरार, कृष्णा पहाड़िया, शिव कुमार पूजहर, कन्हाई पूजहर आदि थे।