रसोई गैस के इस्तेमाल में सुरक्षा का रखें ध्यान
मिहिजाम (जामताड़ा) केंद्र की मोदी सरकार ने गृहिणियों को धुआं से मुक्त कर रसोई गैस प्रद
मिहिजाम (जामताड़ा)
केंद्र की मोदी सरकार ने गृहिणियों को धुआं से मुक्त कर रसोई गैस प्रदान किया। परन्तु रसोई गैस का इस्तेमाल में गृहिणी सुरक्षा को दरकिनार कर रही हैं। जिसका परिणाम आए दिन विभिन्न इलाकों में गैस चूल्हा या सिलेंडर में आग लगने की घटना घट रही है। गैस चूल्हा व सिलेंडर को सुरक्षित उपयोग करने के लिए गैस वितरण प्रणाली के तहत कई उपाय सुझाए गए हैं। गैस एजेंसी के द्वारा गाइड लाइन भी जारी कर रखी है। इस मामले में मां चंचला गैस एजेंसी मिहिजाम के वितरक संजय डोकानिया ने बताया कि गैस चूल्हा को सिलेंडर से उपर रखना चाहिए। चूल्हा पर खाना बनाते समय एप्रोन (गाउन) पहनना चाहिए। ताकि आग भड़कने से शरीर के अंग सुरक्षित रहें। गैस चूल्हा को जलाने के पूर्व माचिस जलने के बाद गैस का नॉव को खोलना चाहिए। गैस लाइटर का उपयोग से बचना चाहिए। गैस चूल्हा को बंद करने के बाद नौव व रेगुलेटर की जांच कर लेना अनिवार्य होता है। बताया कि गैस में तीन प्रकार का केमिकल होता है जिसमें गंध (सेंट) देनेवाला एक केमिकल मुख्य होता है। गंध देने वाला केमिकल का प्रभाव हवा में एक से दो मिनट तक रहता है। प्रभाव समाप्त होते ही गैस रिसाव होने के बाबजूद पता नहीं चलता जो दुर्घटना को आमंत्रण देता है। कहा कि इन सब छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने से गैस चूल्हा या सिलेंडर से होनेवाली दुर्घटना से बचा जा सकता है।