साइबर अपराधी के बैंक खाते से 16 माह में सात करोड़ का लेन-देन, ऐसे आया पकड़ में
cyber criminal. झारखंड के जामताड़ा में साइबर अपराधी के बैंक खाते से 16 माह में सात करोड़ के लेन-देन का मामला सामने आया है।
जामताड़ा, जागरण संवाददाता। साइबर थाने की पुलिस ने करमाटांड़ के नावाडीह भिठरा में एक ऐसे ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) का खुलासा किया है, जहां साइबर अपराधियों के जरिए देश भर के बैंक खातों से उड़ाए गए करोड़ों रुपये का लेनदेन होता था। पुलिस ने जांच में पाया कि साइबर अपराधियों के महागुरु सफीक के खाते में पिछले 16 माह में करीब सात करोड़ रुपये का अवैध लेन-देन हुआ है।
ऐसे होता था ठगी का कारोबार
सीएसपी संचालक सफीक व उसकी पत्नी के एक्सिस बैंक के खाते में ठगी की राशि ऑनलाइन जमा की जाती थी। फिर इसी राशि को अपने एटीएम कार्ड से निकालकर सफीक 30 फीसद कमीशन काट कर शेष राशि साइबर अपराधियों को नकद लौटा देता था। सफीक अंसारी के खाते में वर्ष 2018 से अब तक सात करोड़ रुपये से ज्यादा का अवैध लेनदेन किया जा चुका है। बैंक अधिकारियों की भूमिका एसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर थाने की पुलिस ने सीएसपी की आड़ में साइबर ठगी को बढ़ावा देने की इस करतूत में बैंक अधिकारियों की भूमिका की जांच भी शुरू कर दी है। एसपी ने देर शाम को यहां साइबर थाना में गिरफ्तार सफीक अंसारी से पूछताछ की।
उन्होंने बताया कि सीएसपी के जरिए अवैध लेनेदेन की राशि जांच में बढ़ सकती है। इसके बाद खुलासा होगा कि सफीक कब से सीएसपी का उपयोग साइबर अपराध को बढ़ावा देने व अवैध लेनदेन में कर रहा था। किस-किस राज्य के बैंक खाताधारकों के खातों से साइबर अपराधियों ने राशि उड़ाकर उसके व उसकी पत्नी के दो खातों में डाले हैं। सफीक के खाता नंबर 917020051311932 में सात करोड़ से अधिक और उसकी पत्नी आयशा के 91701053611899 नंबर के बैंक खाते में 28 लाख रुपए से ज्यादा डाले गए हैं। उसके पास से दो मोबाइल, दो फर्जी सिम, तीन एटीएम कार्ड व 12000 हजार रुपये नकद जब्त किए गए।
ऐसे आया पकड़ में
दरअसल, साइबर थाने के इंस्पेक्टर सुनील चौधरी को विभिन्न बैंकों के खातों से लेनदेन की जांच के दौरान ही एक्सिस बैंक के इन दोनों खातों में इतने कम समय के अंतराल में नियमित जमा की जा रही बड़ी राशि को देखकर संदेह हुआ था। तभी से साइबर थाने की पुलिस इसकी तह तक जाने में जुटी हुई थी। एक-एक बार में सफीक के खाते में एक से दो लाख रुपये ऑनलाइन जमा हुए हैं। कई निकासी पचास-पचास हजार से अधिक की होने की भी जानकारी दी गई है। इसी की जांच के दौरान इंस्पेक्टर चौधरी की अगुवाई में साइबर थाने की पुलिस टीम ने गुरुवार को यहां रेलवे स्टेशन के पास घेराबंदी कर सफीक को दबोचा। उसके खिलाफ साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
एसपी शैलेंद्र सिन्हा ने बताया कि वह नेट बैंकिग का उपयोग कर रहा था। दोनों खातों में हुए लेनदेन में अधिकतर राशि यूपीआइ, आइएमपीएस व एनइएफटी आदि माध्यम से जमा हुई है। अधिकतर निकासी एटीएम कार्ड के जरिए की गई है। पूछताछ में एसपी के साथ साइबर डीएसपी सुमित कुमार भी थे। छापेमारी में सअनि राजेश्वर यादव, आरक्षी प्रदीप, ओमप्रकाश, श्यामकिशोर, जयकिशन, रूपेश आदि थे।