सियारकेटिया गांव की जर्जर सड़क से ग्रामीण हलकान
संवाद सहयोगी नाला (जामताड़ा) पंचायत चुनाव के पहले लोगों में उम्मीद जगी थी कि चुनाव के बाद ल
संवाद सहयोगी, नाला (जामताड़ा): पंचायत चुनाव के पहले लोगों में उम्मीद जगी थी कि चुनाव के बाद लोगों को कम से कम सड़क की सुविधा मिलेगी पर यह आस अब तक पूरी नहीं हो पाई। अब तीसरी बार पंचायत चुनाव होने को है पर सियारकेटिया के ग्रामीणों को अन्य सुविधाएं तो दूर गांव में दुरुस्त सड़क तक नसीब नहीं हो पाई। नतीजतन इस बरसात में भी उनकी आवाजाही मुश्किल में हो रही है।
लगभग पांच सौ आबादी वाले इस गांव से नाला -दुमका मुख्य सड़क तक की स्थिति काफी बदहाल है। लोगों की आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रात के अंधेरे में सड़क से गुजरना खतरे को आमंत्रण देना होता है। हल्की बारिश होते ही छोटे-बड़े गड्डे में पानी जमा हो जाता है। साथ ही कीचड़ से फिसलन की समस्या खड़ी हो जाती है। साइकिल, मोटरसाइकिल तो दूर की बात पैदल चलना भी दुरूह हो गया है। करीब एक किमी इस लंबी सड़क काफी बदहाल है। जबकि यही मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए अहम मार्ग है। इसके अलावा गांव के अंदर सुभाष भट्टाचार्य,रथीन मुखर्जी के घर के सामने से भंडारी टोला तक, तथा गांव के नहर के समीप, आदि जगहों पर गड्ढे में पानी हर वक्त जाम रहता है। गांव के कृपा सिधु भट्टाचार्य, प्रदीप बनर्जी, मोहित बनर्जी, सौमेन मुखर्जी, बलराम भुनी आदि का कहना है कि सड़क नहीं बनने से काफी परेशानी होती है। गाहे-बगाहे लोग सड़क पर गिरकर जख्मी भी होते रहते हैं। लोगों ने शीघ्र सड़क मरम्मत कराने की मांग की।