Move to Jagran APP

बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, जलजमाव से परेशानी

जामताड़ा पिछले तीन चार दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश ने अब विकराल रूप ले लिया ह

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:51 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:51 PM (IST)
बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, जलजमाव से परेशानी
बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, जलजमाव से परेशानी

जामताड़ा : पिछले तीन चार दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश ने अब विकराल रूप ले लिया है। बुधवार सुबह से हो रही झमाझम बारिश से नदी तालाब खेत तथा अधिकांश सड़क जलमग्न हो गया है। पहाड़ी क्षेत्र स्थित छोटे-छोटे नदियों का पानी बड़ी नदियों में शामिल होने से जिला मुख्यालय शहर समीप स्थित अजय नदी तथा जामताड़ा जिला सीमा क्षेत्र स्थित बराकर नदी पूरे उफान पर है। लोगों का मानना है कि अगर इसी तरह एक-दो दिन और बारिश हुई तो मैथन डैम तथा बराकर नदी समीप स्थित आसपास के गांव मुर्गा टोना, लाधना, नीलदहा, वीर ग्राम श्यामपुर सहित दर्जन गांव में पानी प्रवेश कर सकता है। इतना ही नहीं अत्यधिक बारिश के कारण करमाटांड़ तथा नारायणपुर के बीच सीकरपोसनी में बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। लोगों का कहना है कि पुल पहले क्षतिग्रस्त है और इस बार ऐसा लग रहा है कि बारिश के पानी में शायद पुल ना बह जाए। वहीं शहरी क्षेत्रों में सड़क तथा नाली के ऊपर से पानी बह रहा है और उसके बीच से लोग आवागमन करने को विवश है। लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्र में कई मिट्टी के घर गिर चुके हैं। रात से ही ग्रामीण क्षेत्रों में जहां ब्लैकआउट है। वहीं शहरी क्षेत्रों में भी कई घंटों से बिजली गुल रही लगातार बारिश होने के कारण बिजली मिस्त्री लाइन दुरुस्त करने में भी असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं।

prime article banner

-- सामान्य वर्षा पात से अधिक बारिश : जून माह का निर्धारित सामान्य वर्षापात 226 मिलीमीटर है, जबकि एक से 18 जून तक जिले में 327 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। अभी जून माह के 12 दिन शेष बाकी है। किसी आंकड़े से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में आवश्यकता से कितनी अधिक बारिश हुई है। 18 जून को जिले में 87 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई है। इसी प्रकार 16 जून को 26 मिलीमीटर जबकि 17 जून को 45 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।

-- जलजमाव : 24 घंटे में 87 मिलीमीटर बारिश होने से जिला मुख्यालय शहर के कई जगहों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। जिला मुख्यालय शहर के पुराना कोर्ट परिसर, सुभाष चौक, दुमका रोड स्थित बस स्टैंड परिसर, कायस्थ पाड़ा मोड़, राजबाड़ी, सरखेल डीह आदि कई जगह में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई है जिस कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर जिला मुख्यालय स्थित अधिकांश तालाब जलमग्न हो चुके हैं।

-- संक्रमण का बढ़ा खतरा : पिछले चार दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश के कारण जरूरतमंद लोग आवाजाही करते बारिश में भीग रहे हैं ऐसे में लोगों को सर्दी खांसी बुखार आदि संक्रमित बीमारी से ग्रसित होने का खतरा बढ़ रहा है। लोग भयभीत हैं कि बारिश में भीगने के उपरांत सर्दी खांसी बुखार की समस्या उत्पन्न होने पर कहीं कोरोना ग्रसित मरीज घोषित ना हो जाए। इसी भय से भयभीत होकर लोग बारिश में घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

-- बिजली की आंख मिचौली : तेज हवा के साथ लगातार हो रहे झमाझम बारिश के कारण शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली लाइन क्षतिग्रस्त हुई है लगातार बारिश होने के कारण विभागीय मिस्त्री क्षतिग्रस्त लाइन को दुरुस्त करने में असमर्थ साबित हो रहे हैं जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है ग्रामीण क्षेत्र में कई घंटे से बिजली बाधित है, जबकि शहरी क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली का खेल चल रहा है।

-- बीज बुवाई का समय नहीं, दवाई बीज के सड़ने की चिता : पिछले चार दिनों से हो रही झमाझम बारिश के कारण खेत जलमग्न हो गया है। किसानों को धान बीज बुवाई का अवसर नहीं मिल रहा है इतना ही नहीं जिन किसानों ने बारिश से पूर्व धान बीज की बुवाई की है उस खेतों में बारिश के कारण सड़ने की चिता सता रही है। हालांकि प्रखंड कृषि तकनीकी पदाधिकारी किसानों को सुरक्षित बीज बुवाई की तकनीकी जानकारी दे रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.