अपराधियों का सॉफ्ट टारगेट बना राणी सती दादी मंदिर
जामताड़ा : संताल परगना से कोल्हान प्रमंडल तक मंदिर अपराधियों के निशाने पर है। खासकर रा
जामताड़ा : संताल परगना से कोल्हान प्रमंडल तक मंदिर अपराधियों के निशाने पर है। खासकर राणी सती दादी मंदिर व उनके विग्रह पर अपराधी हाथ साफ कर रहे हैं। पहले इसी माह दो तारीख को जामताड़ा के राणी सती दादी मंदिर में लुटेरों ने विग्रह समेत तकरीबन 25 लाख रुपये के जेवरातों लूट लिए थे। इसके बाद गुरुवार को पूर्वी ¨सहभूम के घाटशिला के कशीदा स्थित राम मंदिर से चांदी से बनी राणी सती की मूर्ति समेत दस लाख के जेवरातों की चोरी कर ली है। इन दोनों घटनाओं को अंजाम देने में अपराधियों ने एक ही तरीके अपनाया है। इससे पुलिस मानकर चल रही है कि दोनों घटनाओं को एक ही पेशेवर गिरोह ने अंजाम दिया है।
कम जोखिम में हाथ लग रही ज्यादा संपत्ति :
कम जोखिम में ज्यादा संपत्ति हाथ लगने की उम्मीद से ही राणी सती मंदिरों को अपराधी अपना आसान लक्ष्य बनाए हुए हैं। उन्हें पता चल चुका है कि ऐसे मंदिरों में लाखों रुपये की चांदी की मूर्ति व माता के श्रृंगार के तौर पर चढ़े सोना आदि जेवरात भारी मात्रा में मिलती है। मंदिर से जुड़ी हर घटना में अपराधियों को वजनी चांदी का त्रिशूल भी हाथ लग रहा है। इन तीनों घटनाओं में यह भी एकरूकता है कि घटनास्थल के आसपास रेलवे स्टेशन है। अपराधी घटना को अंजाम देकर रेल मार्ग से सुरक्षित सुदूर निकल जा रहे हैं।
पहले मधुपुर अब घाटशिला में मंदिर को किया टारगेट:
यहां राणी सती मंदिर में लूट के बाद जामताड़ा पुलिस की जांच की लाइन चित्तरंजन, आसनसोल, देवघर से धनबाद तक खींची हुई थी। घटना स्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने सात ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन कुछ हाथ नहीं आया। शक पर नौ लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। इस बीच घाटशिला में फिर राणी सती मंदिर को ही निशाना बनाया गया। इससे पुलिस मान रही है कि सिर्फ इन दोनों घटनाओं को ही एक ही गिरोह ने अंजाम नहीं दिया बल्कि मधुपुर के मंदिर में हुई वारदात में भी इसी गिरोह का हाथ हो सकता है। पिछले वर्ष दिसंबर में मधुपुर में राणी सती मंदिर में लूट हुई थी। इन तीनों घटनाओं में अपराधिक प्रवृति व तरीके एक जैसे थे।
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कोर्ट:
जामताड़ा में राणी सती मंदिर में हुई लूट के दस दिनों के अंदर घाटशिला के मंदिर में चोरी हुई है। अपराध के तरीके एक जैसे हैं। इससे लग रहा है कि एक ही पेशेवर गिरोह की संलिप्तता दोनों घटनाओं में है। जामताड़ा पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करने में जुटी है। एक टीम अब भी बाहर है। घटना में स्थानीय अपराधियों का हाथ नहीं है।
शैलेंद्र कुमार सिन्हा, एसपी, जामताड़ा